मिलावटी खाद की बिक्री न करें विक्रेता
मिलावटी खाद की बिक्री न करें विक्रेता
गोड्डा।
गोड्डा ग्रामीण विकास ट्रस्ट-कृषि विज्ञान केंद्र,गोड्डा के सभागार में खाद विक्रेताओं के लिए आयोजित समेकित पोषण प्रबंधन विषयक 15 दिवसीय प्रशिक्षण शिविर मंगलवार को संपन्न हो गया। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली के निर्देशानुसार यह प्रशिक्षण कार्यक्रम 07 सितम्बर, 2021 से 21 सितम्बर, 2021 तक चलाया गया।
इस अवसर पर वरीय वैज्ञानिक-सह-प्रधान डा. रविशंकर ने प्रशिक्षु खाद विक्रेताओं को खाद की दुकान चलाने के लिए लाइसेंस की जरुरत बताया। कहा कि प्रशिक्षण के उपरांत मिलावटी खाद, पुरानी खाद, समय समाप्ति वाली खाद की बिक्री नहीं करने की सलाह दी। उन्होंने सभी प्रशिक्षु खाद विक्रेताओं को ईमानदारी से खाद बिक्री करने की उम्मीद जताई। इस 15 दिवसीय प्रशिक्षण के दौरान समेकित पोषण प्रबंधन, आवश्यक पोषक तत्वों का महत्व, मिट्टी के प्रकार, मिट्टी जाँच, जैविक खाद, जैविक खाद तैयार करने की विधियां, कम्पोस्ट खाद बनाने की विधियां, रासायनिक खाद जैसे यूरिया, डीएपी, सिगल सुपर फास्फेट, जिक सल्फेट की पहचान, केंचुआ खाद, पौधों में पोषक तत्वों की कमी, वेस्ट डीकम्पोजर, नैनो नाइट्रोजन, नैनो जिक, नैनो कॉपर, कृषि में जैव उर्वरकों की भूमिका की विस्तृत जानकारी दी गई। रासायनिक उर्वरक जैसे- यूरिया, डीएपी, पोटाश, सिगल सुपर फास्फेट में मिलावट पहचानने की विधि पर आधारित फिल्म दिखाया गया। प्रशिक्षु खाद विक्रेता शुभम कुमार, अभय कुमार, सुलेखा देवी, रीता देवी एवं रेणु मरांडी ने 15 दिवसीय समेकित पोषण प्रबंधन विषय में अर्जित किये ज्ञान एवं बिताएं पलों के अनुरूप अपने अनुभवों को साझा किया। सभी सफल प्रशिक्षु खाद विक्रेताओं को प्रमाण पत्र प्रदान किया गया एवं अनुमंडल-सह-जिला कृषि कार्यालय,गोड्डा में नियम के अनुसार लाइसेंस बनवाने हेतु आवेदन देने के लिए आह्वान किया गया।