देवघर में बाबा वैद्यनाथ मंदिर को लॉकडॉन ने बनाया सुनसान नजारा फूल बेचने वाले व पुरोहित परेशान
Drogher: देवघर के बाबा वैद्यनाथधाम मंदिर प्रांगण से लेकर शिवगंगा तक हर जगह सन्नाटा दिख रहा है. सन्नाटा भी ऐसा जिसकी कल्पना शायद किसी ने नहीं की होगी. हर साल सावन के माह में शिवगंगा और मंदिर क्षेत्र में हर हर महादेव और बोल बम के नारे गूंजा करते थे. लाखों लोगों की यहां 24 घंटे भीड़ होती थी.
वहीं, इस साल बाबा नगरी में चारों ओर सन्नाटा ही दिख रहा है. जिला प्रशासन द्वारा झारखंड बिहार की सीमा को सील करने के बाद अब आम श्रद्धालुओं का भी देवघर आना बंद हो गया है, जिससे शिव गंगा तट पर वीरानी छा गई है.
बात अगर शिव गंगा तट की करें तो यहां पर भी इक्का-दुक्का पुरोहित और एक-दो फूल विक्रेता नजर आते हैं. फूल बेचने वालों का कहना है कि किसी तरह जुगाड़ कर फूल लेकर आते हैं लेकिन यह श्रद्धालुओं के अभाव में पड़े पड़े सूख जाते हैं. आम श्रद्धालुओं के नहीं आने से भी इनकी स्थिति और खराब हो गई है महाजन का कर्ज है दूसरी तरफ घर चलाना भी मुश्किल हो गया है.
पुरोहित भी मानते हैं कि स्थिति बद से बदतर हो गई है. झारखंड की सीमा को बंद करने के बाद देवघर बाबा मंदिर में यात्रियों का आना ना के बराबर हो गया है. ऐसे में आम दिनों से भी ज्यादा खराब स्थिति आज बाबा मंदिर क्षेत्र और शिवगंगा की हो गई है. चूड़ी दुकानदार और पेड़ा दुकानदार पहले से परेशान थे और अब उनकी परेशानी और बढ़ गई है. शिवगंगा तक पूरी तरह से वीरान है. वहीं, मंदिर के चारों दरवाजों पर अब श्रद्धालु भी नहीं आ रहे हैं ऐसे में स्थिति कर्फ्यू जैसी बन गई है.