शहर में असरदार, गांवों में लाकडाउन बेअसर
शहर में असरदार, गांवों में लाकडाउन बेअसर
दुमका।
जुलाई महीने के अंतिम रविवार को संपूर्ण लाकडाउन शहर को छोड़कर बाकी जगह बेअसर रहा। बंदी के बाद भी लोग रोज की तरह सड़कों पर निकले और चौक-चौराहों पर जमा होकर बंदी का नजारा लिया। दुकानें भी खुलीं। सदर प्रखंड के प्रखंड विकास पदाधिकारी राजेश सिन्हा ने पुलिस के साथ मिलकर खुली हुई दुकानों को बंद कराया। शहर में बंद का असर रहा, लेकिन ग्रामीण इलाकों में अब लाकडाउन बेअसर नजर आया।
सुबह नौ बजे बीडीओ नगर थाना की पुलिस के साथ टीन बाजार पहुंचे। यहां चौक पर लगी भीड़ को खदेड़ा। धर्मस्थान मंदिर के बाहर फूल बेच रही महिलाओं को समझाकर घर भेजा। इसके बाद वह वीर कुंवर सिंह चौक पहुंचे तो यहां देखकर ऐसा महसूस नहीं हुआ कि रविवार को संपूर्ण लाकडाउन है। चौक पर बाकायदा लोग ठेला लगाकर सत्तू आदि बेच रहे थे। जिला परिषद भवन के सामने एक सैलून खुला मिला। दोनों जगह दुकानों को बंद कराकर चेतावनी दी कि अगर फिर से रविवार को दुकान खुली मिली तो सील कर कार्रवाई की जाएगी। गोशाला रोड में मटन की दुकान खुली थी। बीडीओ को देखकर दुकानदार गोश्त लेकर भाग खड़े हुए। उनके पीछे ग्राहक भी चल दिए। दुकान में कुछ सामान मिला तो उसे जब्त कर लिया गया। गिलानपाड़ा में चाय दुकान को बंद कराया। बस स्टैंड में सत्तू की दुकान बंद कराने के बाद सरकारी बस स्टैंड के बाहर खड़े व्यावसायिक वाहनों को खदेड़ा। दोपहर तक लोगों को खदेड़ने व भगाने का सिलसिला चलता रहा। बीडीओ ने कहा कि बंदी के बावजूद लोग घरों से बाहर निकलना बंद नहीं कर रहे। अब तो दुकान तक खुलने लगी हैं। दुकानदारों को चेतावनी देकर छोड़ दिया गया है।
ग्रामीण क्षेत्र में किसी को डर नहीं: शहरी क्षेत्र को छोड़ दें तो ग्रामीण इलाकों में अब लोग लाकडाउन का पालन नहीं करते हैं। राजभवन के बाद बंदरजोरी से लेकर हवाई अड्डे तक अधिकांश दुकानें खुली रहीं। वहीं आसपास में भी कुछ ऐसा ही हाल था। लोगों के बीच अब कार्रवाई का डर भी लगभग खत्म हो गया है। कई दुकानदार बिना मास्क के ही सामान बेचते रहे। लखीकुंडी चौक पर लोगों की अच्छी भीड़ थी और सारी दुकानें खुली थीं।