बेटी को था पिता की हत्या का शक
बेटी को था पिता की हत्या का शक
दुमका।
पुलिस ने सेप्टिक टैंक से बरामद सोनू पोद्दार के शव का शनिवार को मेडिकल कालेज अस्पताल में पोस्टमार्टम कराने के बाद मृतक के ससुर को शव सौंप दिया। चौकीदार के बयान पर पुलिस ने हत्या व शव छुपाने का मामला दर्ज कर पत्नी गौरी देवी व उसके प्रेमी रविकांत मिस्त्री को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। मृतक की बेटी ने ही गांव के लोगों को पिता की हत्या की सूचना दी थी।
मृतक की बेटी की शादी दो साल पहले ही गांव के निकट शादी हुई थी। उसने 24 जून को घर आने के बाद पिता सोनू से बात की थी। उसके बाद से सोनू लापता हो गया। करीब 15 दिन पहले बेटी ने ही गांव के कुछ लोगों को बताया था कि मां ने पिता की हत्या कर दी है। शव कहां छुपाया है, इसके बारे में पता नहीं है। ग्रामीणों से पहले ही गौरी देवी झगड़ चुकी थी, इसलिए ग्रामीण इस मामले में सीधे कुछ करने के लिए तैयार नहीं थे। बेटी के लगातार अनुरोध करने पर ग्रामीणों ने पुलिस को सारी बात से अवगत कराया। थाना प्रभारी अनुज यादव ने बेटी से बात की तो उन्हें उसकी बात में सच्चाई नजर आई। इसके बाद दोनों आरोपितों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तो दोनों ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया। थाना प्रभारी ने बताया कि चौकीदार ओशो मांझी के बयान पर हत्या का मामला दर्ज कर दोनों को जेल भेज दिया गया है। मृतक का अपना कोई नहीं था। गोतिया से भी संबंध अच्छे नहीं थे, इसलिए पोस्टमार्टम के बाद शव को गौरी देवी के पिता के सुपुर्द कर दिया गया है। उन्होंने अंतिम संस्कार करने की बात कही थी।
बालू के अंदर छुपा दिया था शव
थाना प्रभारी ने बताया कि सोनू की गला दबाकर हत्या की गई थी। हत्या के बाद शव को सेप्टिक टैंक में भरे बालू के अंदर दबा दिया गया। टैंक का उपयोग नहीं होता था। इसलिए उसमें पानी नहीं था। बालू के अंदर शव दबे रहने के कारण ज्यादा खराब नहीं हुआ था।