सिस्टम से टूटा भरोसा तो बचाया उम्मीद का बांध
सिस्टम से टूटा भरोसा तो बचाया उम्मीद का बांध
गोड्डा।
सिचाई विभाग से उम्मीद टूटने के बाद ठाकुरगंगटी प्रखंड के किसान श्रमदान से भोड़ा बराज के पश्चिमी तट की मरम्मत में जुट गए हैं। बीते 27-28 मई 2021 को चक्रवात और भारी बारिश के बाद आई बाढ़ ने भोड़ा बराज के पश्चिमी बांध को तोड़ दिया था। इससे प्रखंड क्षेत्र के दर्जनों घर ध्वस्त हुए थे। खेतों में लगी फसल बाढ़ में बर्बाद हो गई थी। दर्जन भर गांवों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया था। दैनिक जागरण में प्रमुखता से खबर प्रकाशित हुई थी। खबर छपने के दिन ही सिचाई विभाग के कनीय अभियंता प्रकाश उरांव ने आकर बराज के टूटे हिस्से का निरीक्षण किया था। बीते तीन जून को सिचाई विभाग के अभियंताओं ने स्थिति का जायजा लिया था। फिर 30 जून को पुन: अभियंताओं की टीम प्राक्कलन तैयार करने की मंशा को लेकर भोड़ा बराज की जांच करने पहुंची थी। तब कहा गया था कि जल्द ही बराज के पश्चिमी बांध और बराज के दरवाजे की मरम्मत की जाएगी। लेकिन, बांध की मरम्मत नहीं हउई। अब गांव में धनरोपनी हो रही है, किसानों को टूटे बांध से फिर से जलजला की आशंका है, ऐसे में जब कोई उम्मीद दिखाई नहीं दी तो स्वयं एकजुट होकर किसान-मजदूर बांध की मरम्मत में जुट गए। क्षतिग्रस्त बांध में मिट्टी और बड़े बड़े पत्थर डाले जा रहे हैं। किसान-मजदूरों के लिए यह बड़ी चुनौती है।
अमरपुर पंचायत के मुखिया अशोक कुमार महतो ने भी श्रमदान शुरू किया है। प्रखंड के मनरेगा के कार्यक्रम पदाधिकारी हांसदा बेंजामिन भी कुदाल चला रहे हैं। कहा कि वह भी सरकारी ड्यूटी के बाद किसान, मजदूर ही हैं। मरम्मत कार्य रविवार से शुरू हुआ है। यहां करीब दो सौ से अधिक किसान, मजदूर कुदाल, गैता, तसला, डेली, फावड़ा लेकर बराज की मरम्मत कर रहे हैं। श्रमदान करने वालों में नवीन चंद्र महतो, क्रांति महतो, गुरु प्रसाद महतो, फोटो लाल यादव, राम जतन यादव, बरकत अंसारी, सफीक अंसारी, महेश राय, पिकू मंडल, ताहिर अंसारी, महेंद्र चौबे, मनोज महतो, कांतिलाल पासवान, हीरालाल मंडल, एकलव्य कुमार महतो, जितेंद्र कुमार महतो, सलीम अंसारी, शराफत अंसारी, दोस्त मोहम्मद, पंकज महतो, मनोज महतो आदि किसान शामिल हैं।
इधर विभागीय सूत्रों ने बताया कि पहले बराज के दरवाजे सहित अन्य कलपुर्जे की मरम्मत होगी या उसे बदला जाएगा। उसके बाद बराज के पश्चिमी बांध की मरम्मत होगी। अभी तक टेंडर नहीं निकल पाया है। सोमवार को पुन: सिचाई विभाग की टीम भोड़ा बराज पर पहुंचेगी और बराज के दरवाजे सहित अन्य कलपुर्जे की जांच की।
देवघर डिवीजन की तकनीकी शाखा की ओर से बराज की देखरेख की जाती है। बीते 30 जून को प्राक्कलन तैयार करने को एक्सपर्ट टीम की ओर से भोड़ा बराज का निरीक्षण किया गया है। क्षतिग्रस्त बराज की मरम्मत के लिए देवघर डिवीजन से ही टेंडर होना है। विभाग लगातार पत्राचार कर रहा है।