गलत संगत के कारण IITian की जिंदगी हुई बर्बाद, पॉल्ट्री कारोबारी से 4.85 लाख लूट में धाराया
गलत संगत के कारण IITian की जिंदगी हुई बर्बाद, पॉल्ट्री कारोबारी से 4.85 लाख लूट में धाराया
रांची।
रांची पुलिस ने पंडरा अंचल रोड में हुई पॉल्ट्री फार्म संचालक से हथियार के बल पर 4.85 लाख लूट मामले का पुलिस ने खुलासा कर लिया है। मामले में पुलिस ने सात अपराधियों को गिरफ्तार किया है। इनमें एक आईआईटियन भी शामिल है। जो बुरी संगति में बर्बाद हो गया, गलत संगत की वजह से लूट के केस में जेल जाना पड़ा। इन अपराधियों के पास से पुलिस ने हथियार और लूटा हुआ 1.16 लाख रुपये भी बरामद किया है। गिरफ्तार अपराधियों में मधुकम निवासी आकाश कुमार वर्मा उर्फ शिवा वर्मा, हेहल निवासी प्रिंस कुमार सिंह उर्फ डडु, पिस्कामोड़ बैट्री गली निवासी आयुष कुमार जायसवाल, न्यू मधुकम निवासी पंकज चौधरी, पिस्कामोड़ निवासी अजय नायक, पिस्कामोड़ निवासी अजय कुमार उर्फ कल्लू और पिस्कामोड़ निवासी संदीप कुमार उर्फ ढाबुस शामिल है।
इनमें पिस्कामोड़ बैट्री गली निवासी आयुष कुमार जायसवाल आईआईटी हैदराबाद का छात्र है। पूरे मामले का खुलासा करते हुए सिटी एसपी सौरभ ने सोमवार को प्रेस कांफ्रेंस की। उन्होंने बताया कि बीते 12 जुलाई को पॉल्ट्री फार्म के संचालक से हथियार के बल पर लूटपाट हुई थी। गठित टीम ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर बीते रविवार को अपराधियों को दबोच लिया। पूछताछ में अपराधियों ने पुलिस के समक्ष अपना जुर्म स्वीकार किया है।
दो दिन पहले की थी रेकी, फिर प्लानिंग के साथ लूट
सिटी एसपी ने बताया कि पॉल्ट्री फार्म के संचालक पवन कुमार गुप्ता से लूटपाट की पूरी योजना आरोपित आकाश कुमार वर्मा उर्फ शिवा वर्मा ने बनायी थी। लूटपाट करने से दो दिन पहले 10 जुलाई को आकाश और प्रिंस ने पॉल्ट्री फार्म की रेकी की थी। इसके बाद 12 जुलाई को चार लोग पॉल्ट्री के पास पहुंचे। इसमें से आकाश और प्रिंस ग्राहक बनकर घुसा था। संचालक से कहा कि वह कोकर में मुर्गा का दुकान खोलना चाहता है। इसके लिए वह उन्हें माल उपलब्ध कराए। संचालक ने माल देने से इंकार कर दिया।
कहा कि किसी दूसरी जगह अगर खोलना है तो वह उसे माल उपलब्ध करा सकता है। इसके बाद दोनो दुकान से बाहर निकले। कुछ देर बाद दोनों के अलावा आयुष हथियार लेकर पॉल्ट्री में घुसा और लूटपाट की। जबकि पंकज चौधरी बाहर रेकी कर रहा था। अपराधियों ने घटना को अंजाम देने के बाद हथियार व रुपये आरोपित अजय नायक, अजय कुमार उर्फ कल्लू और संदीप कुमार उर्फ ढाबुस के पास छिपा दिया था। इसके बाद सभी फरार हो गए थे। पुलिस ने जब मुख्य आरोपित अजय को गिरफ्तार किया। इसके बाद सभी पकड़े गए और हथियार व नकद बरामद किया गया।
गलत संगत में फंसा आइआइटियन
आईआईटियन आयुष ने पुलिस को बताया कि वह हैदराबाद स्थित एक संस्थान में पढ़ाई करता था। लॉकडाउन के दौरान उसे कोरोना हो गया था। इस वजह से वह रांची के पिस्कामोड़ स्थित अपने घर लौट आया। इसी दौरान आकाश व अन्य लोगों से उसकी मुलाकात हुई। उनके साथ दोस्ती हो गई। वे सभी मिलकर नशा भी करते थे। उनकी संगत में वह इस वारदात को अंजाम दिया। गलत संगत की वजह से वह फंस गया।
ये हुए बरामद
एक देशी पिस्टल, देशी कट्टा, दो गोलियां, लूटा गया 1.16 लाख रुपये, एक चाकू, लूट के पैसों से खरीदे गए कपड़े, जूता व अन्य सामान, तीन स्कूटी, पांच मोबाइल।
छापेमारी टीम में ये थे शामिल
एएसपी मुकेश कुमार लुनायत, पंडरा थानेदार पुथ्वी सेन दास, सबइंस्पेक्टर विनय कुमार यादव, गौतम कुमार, सुधीर कुमार, सिपाही राजेश कुमार सहित अन्य शामिल थे।