15 हजार में बेच देते थे एक लाख की बाइक
15 हजार में बेच देते थे एक लाख की बाइक
दुमका।
दुमका नगर थाना की पुलिस ने गिरफ्त में आए शातिर राजा यादव की निशानदेही पर तीन अन्य आरोपितों को गिरफ्तार कर 11 बाइक और चार मोबाइल बरामद किया। इनमें देवघर और दुमका के विभिन्न थाना क्षेत्रों से चोरी की गई बाइकें हैं। राजा यादव आसनसोल गांव का है। गिरफ्तार मैनेजर मिर्धा आसनसोल और मनोज पाल व किशोर पाल पाकुड़ के महेशपुर थाना क्षेत्र के चंडालमारा गांव का रहने वाला है। चोरी की बाइक को ये लोग महज 15 हजार रुपये में पाकुड़ के अपराधियों को बेच दिया करते थे। इनमें कई बाइक की कीमत एक लाख के आसपास है।
सोमवार को नगर थाना में एसपी अंबर लकड़ा ने बताया कि नौ जुलाई को सदर अस्पताल की पार्किंग से एक बाइक चोरी हुई थी। छापेमारी के क्रम में राजा यादव को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में उसने स्वीकारा कि मैनेजर मिर्धा के साथ शहर के विभिन्न स्थानों से बाइक चुराई और महेशपुर निवासी दोनों युवकों के पास भेज दी। दोनों एक बाइक के बदले में 15 हजार दिया करते थे। मनोज व किशोर चोरी की बाइक को अपनी बताकर बेचते थे। लोग भी कम पैसों में बाइक खरीदने से पहले पड़ताल करना जरूरी नहीं समझते थे। मनोज व किशोर को चोरी की एक अपाचे बाइक के साथ गिरफ्तार किया गया। उनकी निशानदेही पर महेशपुर से पांच और दुमका से छह बाइक बरामद की गई है।
मौके पर एसडीपीओ नूर मुस्तफा अंसारी, थाना प्रभारी देवव्रत पोद्दार, सहायक अवर निरीक्षक मुश्ताक आलम, कुमोद यादव, जितेंद्र साहू आदि मौजूद थे।
हीरो कंपनी की बाइक को बनाते थे निशाना: एसपी ने बताया कि सभी बरामद बाइक हीरो व होंडा कंपनी की है। चोरों को इन गाड़ियों का लाक खोलने में आसानी होती है और आसानी से बिक भी जाती है। कहा कि अभी यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि इन बाइकों का कोयला चोरी में प्रयोग होता था या नहीं।
छह माह में 50 बाइक जब्त: एसडीपीओ ने बताया कि छह माह के दौरान नगर थाने की पुलिस ने चोरी की 50 बाइक बरामद की है। एक बार 19 उसके बाद 10 और अब 11 बरामद की है। इसके अलावा फुटकर भी बरामदगी होती रही है। गिरोह के सदस्य की गिरफ्तारी से बाइक चोरी की घटना में कमी आने की उम्मीद है।