उच्च न्यायालय के आदेश के बाद नगरनिगम तालाब से अतिक्रमण हटाने के लिए कमर कसा
उच्च न्यायालय के आदेश के बाद नगरनिगम तालाब से अतिक्रमण हटाने के लिए कमर कसा
पलामू
झारखंड उच्च न्यायालय द्वारा राज्य के सभी जलस्रोतों के बारे में अद्यतन रिपोर्ट सरकार से तलब किए जाने के बाद आज मेदिनीनगर नगरनिगम ने पलामू जिला प्रशासन से शहर के ” बङा तालाब ” को मापी कराये जाने की आग्रह किया है।
उक्त संबंध में आज निगम के आयुक्त दिनेश प्रसाद ने उपायुक्त शशिरंजन को लिखित आग्रह कर बताया है कि, तीन भागों में विस्तृत बङा तालाब का क्षेत्रफल 16•3 एकङ है, जिसमें गैर कानूनी तरीके से अतिक्रमण कर लिया गया है।
उन्होंने अपने पत्र में जिला प्रशासन को अवगत कराया है कि, ” नागरिक संघर्ष मोर्चा ” के अध्यक्ष देवेन्द्र प्रसाद ने तालाब को अतिक्रमण से मुक्त कराने के लिए बार-बार गुहार की जा रही है, सो इस जलस्रोत को अतिक्रमण से मुक्त कराना अपरिहार्य है।
नगर आयुक्त ने उपायुक्त को बताया है कि, फिलहाल तालाब के सौंदर्यीकरण एवं घेराबंदी के काम निगम द्वारा किया जा रहा है और इसमें आंदोलानात्मक गतिविधियों से प्रतिकूल प्रभाव पङा है, जो जलस्रोत के अक्षुण्ण बनाये रखने में बहुत बङी बाधा है।
उल्लेखनीय है कि, गत शनिवार को भी भारतीय जनता पार्टी के सांसद विष्णु दयाल राम ने संवाददाता सम्मेलन में कहा था कि, ” जलस्रोतों को सुरक्षा के दायित्व स्थानीय निकाय नगरनिगम को है और इसकी जिम्मेदारी से वर्तमान महापौर अरुणा शंकर मुकर नहीं सकती।”
इस बीच, नगर निगम मेदिनीनगर नगरनिगम क्षेत्र में आने वाले शहर के सभी जलस्रोतों यथा तालाब और कुओं को अतिक्रमण से मुक्त कराने के लिए सक्रिय हो गई है।
नगर आयुक्त ने बताया कि, जिला प्रशासन के अपेक्षित सहयोग से निगम नये सिरे से सभी तालाबों को अतिक्रमण से मुक्त कराने के लिए कृत संकल्प है और इसके प्रथम चरण में बङा तालाब की मापी किए जाने की प्रतीक्षा है।
गौरतलब है कि, उच्चतम न्यायालय का स्पष्ट निर्देश है कि, जलस्रोतों को हर हाल से अतिक्रमण से मुक्त रखना है और इसकी निगरानी के दायित्व संबंधित राज्य के उच्च न्यायालयों को दिया गया है और हफ्ते भर पहले ही झारखंड उच्च न्यायालय ने राज्य सरकार से जलस्रोतों के बाबत अद्यतन रिपोर्ट मांगी है और जलस्रोतों के अतिक्रमण को हटाये जाने के आदेश दिए हैं। इस आदेश के बाबत अदालत ने प्रगति रिपोर्ट भी दाखिल किए जाने की बात कही गई है।
पीटीआई-भाषा :संजय