संक्रमण की धीमी रफ्तार में भी तेज नहीं हो रहा टीकाकरण
संक्रमण की धीमी रफ्तार में भी तेज नहीं हो रहा टीकाकरण
गोड्डा
जिला में पिछले एक पखवारे से भी अधिक समय से कोरोना संक्रमण के मामले में कमी आ रही है। संक्रमण की रफ्तार कम होने पर सरकार को टीकाकरण में तेजी लाने की जरूरत है लेकिन टीकाकरण की रफ्तार काफी धीमी है। बीते तीन दिनों से 18 प्लस के लिए टीका की कमी होने के बाद सेंटरों को बंद कर दिया गया था। गुरुवार को जिला मुख्यालय में 18 प्लस के लिए 11 हजार डोज की खेप आई तो ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन शुरू किया गया। जिले में 18 प्लस के छह लाख से अधिक लोगों को टीका पड़ना है। इसमें से अभी महज बीस हजार के आसपास की टीकाकरण हुआ है। ऐसे में छह लाख युवाओं को टीका देने में इस रफ्तार से करीब 30 पखवारे यानि 15 माह के समय लग सकते हैं। जाहिर है कि मौजूदा गति से टीकाकरण हो तो अगले वर्ष अगस्त तक यह पूरा हो पाएगा। यही स्थिति 45 प्लस के नागरिकों की भी है। हालांकि इस आयु वर्ग के लिए अभी तक वैकसीन की कमी की बात सामने नहीं आई है। आधिकारिक आंकड़े पर गौर करें तो जिले में महज बीस हजार से कुछ अधिक लोगों ने ही टीके का डबल डोज लिया है। जबकि एक लाख सात हजार 399 लोगों ने पहला डोज ही लिया है। इसमें फ्रंट लाइन वर्कर्स, हेल्थ वर्कर्स आदि भी शामिल हैं। ऐसे में जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को अधिक से अधिक ताकत टीकाकरण में ही झोंकनी होगी, यही समय की मांग और जरूरत है। आम लोग इस हकीकत को जितनी जल्द समझ लेंगे, उसी से ही समाज की रक्षा संभव है। पूरी दुनिया के विकसित देशों ने अपने नागरिकों की रक्षा टीका रुपी कवच से ही किया है। संक्रमण की रफ्तार में कमी से मिली राहत : गुरुवार को यहां संक्रमण की रफ्तार में काफी कमी देखी गई। यहां 1227 सैंपल की जांच में महज 12 संक्रमित ही मिले। राहत की एक और बात रही कि लगातार चौथे दिन किसी की मौत कोरोना से नहीं हुई। वहीं इलाजरत 13 मरीजों ने इस महामारी को मात भी दी है। यहां सक्रिय मामले 34 से भी घट कर 33 हो गए हैं। हाल के दिनों में मामले काफी कम हुए हैं। इसमें सरकार की ओर से की गई कड़ाई भी बहुत बड़ी वजह है। हालांकि अभी भी लोगों को मास्क के साथ शारीरिक दूरी का पालन करना ही होगा। सरकार ने अभी अगले 10 जून तक लॉकडाउन की मियाद भी बढ़ा दी है। इसके कारण स्थिति नियंत्रित में होने की संभावना है। इधर पुलिस प्रशासन की ओर से लगातार चौकसी की जा रही है। जिले की सीमाओं में बने चेकपोस्ट व चौक-चौराहों पर मास्क जांच की कार्रवाई लगातार चल रही है।
लक्षण दिखें तो देर न करें, तुरंत जांच कराएं
सिविल सर्जन डॉ. शिव प्रसाद मिश्रा ने कहा कि लोगों को हरहाल में सरकार की गाइडलाइन का पालन करना ही होगा। जरूरी है कि 45 प्लस के सभी नागरिक जल्द टीकाकरण करा लें। कोरोना से बचने का एक मात्र उपाय टीका ही है। लोगों को अब भी पूरी सावधानी बरतनी होगी। घर में रहें व बाहर निकलने पर मास्क का प्रयोग करें। इसके साथ ही भीड़ से दूर रहे। लापरवाही से समस्या बढ़ेगी। कोरोना का लक्षण दिखने पर जांच में विलंब न करें। सीएस ने बताया कि अभी जिले में महज 11 मरीज की कोविड अस्पतालों में इलाजरत हैं। इसमें ऑक्सीजन बेड पर चार और छह मरीज आइसीयू में है वहीं एक मरीज वेंटिलेटर स्पोर्ट पर इलाजरत हैं। जिले में अभी 321 सामान्य बेड, 162 ऑक्सीजन बेड, 62 आइसीयू बेड और छह वेंटिलेटर बेड खाली हैं। सरकारी कोविड सेंटर सिकटिया में एक भी बेड पर मरीज नहीं है। जबकि सदर अस्पताल के कोविड वार्ड में छह गंभीर मरीज इलाजरत हैं।