मिथिला के महाकवि विद्यापति के महानिर्वाण दिवस पर लोकमंच द्वारा विद्यापति स्मृति पर्व का आयोजन किया गया। कोविड 19 प्रोटोकॉल के मद्देनजर स्थानीय नेताजी नगर स्थित मदन निवास में शुक्रवार शाम आयोजित सादा समारोह एवं सीमित उपस्थिति में मंच सचिव सर्वजीत झा ने महाकवि की तस्वीर पर माल्यार्पण के पश्चात स्वलिखित विद्यापति की जीवनी को पढ़कर सुनाया। कार्यक्रम में शामिल प्रो नूतन झा, सुरजीत झा, अधिवक्ता विनय कुमार ठाकुर, उदयकांत शुक्ला एवं शिशिर कुमार झा, सुनील झा, विमल नंदिनी ठाकुर, श्वेता ठाकुर, ज्योति झा, कुणाल शुक्ला, आर्या वत्स एवं नुपूर नंदिनी ने विद्यापति को पुष्पांजलि दी। धन्यवाद ज्ञापन करते हुए सचिव श्री झा ने बताया कि विद्यापति जी, जिनके घर भगवान शिव उगना के रूप में सेवादार बनकर रहे थे, का महाप्रयाण कार्तिक शुक्ल त्रयोदशी को हुआ था । जबकि उनके जन्म तिथि के बारे में इतिहासकारों में मतांतर है। चूंकि उनके आह्वाहन पर गंगा जी खुद उनके पास आकर उन्हें अपने साथ ले गयी थीं इसलिए उनके निर्वाण दिवस को देश और दुनिया के कोने-कोने में स्मृति पर्व के तौर पर मनाया जाता है।