कामिल की रिपोर्ट बसंतराय। जिला परिषद सदस्य वहाब शम्स का शनिवार को लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। उनके निधन की खबर मिलते ही बसंतराय प्रखंड समेत संपूर्ण जिले में शोक की लहर फैल गई। मूलतः बसंतराय प्रखंड के कदमा गांव निवासी वहाब शम्स ने शनिवार को पड़ोसी जिला बांका में अंतिम सांस ली। निजी कार्यवश वह बांका गए थे। वहां तबीयत बिगड़ जाने पर उन्हें एक निजी अस्पताल में भर्ती किया गया था। जुझारू व्यक्तित्व के जन नेता अब्दुल वहाब शम्स के निधन की खबर सुनते ही बसंतराय प्रखंड शोक में डूब गया। जिले के राजनीतिक हलकों में भी शोक छा गया। उनके निधन की सूचना मिलते ही पूर्व मंत्री एवं विधायक प्रदीप यादव ने कदमा गांव पहुंचकर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। स्वर्गीय शम्स लंबे समय तक विधायक श्री यादव के राजनीतिक सहयोगी रहे थे। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी से अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत करने वाले वहाब शम्स जनता के बीच काफी लोकप्रिय थे। 2005 में शम्स कांग्रेस में शामिल हो गए थे। तत्कालीन सांसद फुरकान अंसारी के प्रयास से वह जिला 20 सूत्री समिति के उपाध्यक्ष भी बनाए गए थे। शम्स लंबे समय से अस्वस्थ थे। 2016 से ही किडनी की बीमारी से ग्रसित थे। पटना, दिल्ली, रांची एवं अन्य जगहों से निरंतर इलाज चल रहा था।हाल के दिनों में वह काफी स्वस्थ हो चुके थे और जनता के कुशलक्षेम हेतु क्षेत्र का दौरा भी कर रहे थे। लेकिन इस बीच अचानक उनकी तबीयत खराब हो गई। वह अपने छात्र जीवन से ही सामाजिक एवं राजनीतिक गतिविधियों में शामिल होने लगे थे।1986 में सीपीआई से राजनीतिक कैरियर की शुरुआत करने वाले शम्स लगातार जनता की सेवा में लीन रहे। फुरकान अंसारी के सांसद बनने के बाद बसंतराय प्रखंड के सांसद प्रतिनिधि एवं बाद में जिला 20 सूत्री समिति के उपाध्यक्ष भी बनाए गए थे। 2012 में वह झारखंड विकास मोर्चा में शामिल हो गए थे तथा पार्टी के केन्द्रीय समिति सदस्य बनाए गए थे। प्रदीप यादव के साथ जनता की हर लड़ाई में आगे बढ़ कर आवाज बुलंद किया।
स्माइल फाउंडेशन के अध्यक्ष तौसीफ ने वहाब शम्स की मृत्यु पर गहरा शोक प्रकट किया है तथा परिवार वालों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त की है। फाउंडेशन के सचिव तफज्जुल आजाद ने कहा कि हमारा फाउंडेशन उनके लिए जन्नत की कामना करता है। अल्लाह उन्हें जन्नत में जगह दे।