*Banka News:सरकार द्वारा जारी फरमान से पूजा का उत्साह हुआ फीका।*
*सरकार द्वारा जारी फरमान से पूजा का उत्साह हुआ फीका।*
पंजवारा बाँका
दुर्गापूजा में कोरोना के दिशा निर्देश को लेकर जारी केंद्र और राज्य सरकार के फरमान के बाद जहां समस्त दुर्गापूजा समितियों में शुरू से ही नाराजगी देखने को मिल रही है लेकिन चुनावी जनसभाओं में उमड़ रही भीड़ को देखकर सबों में काफी रोष व्याप्त है ।पंजवारा में भी दुर्गापूजा उत्सव पर कोरोना के ग्रहण का असर देखने को मिल रहा है। मंदिर में देवी की प्रतिमा की स्थापना और पूजा का कार्य शुरू हो गया है। दुर्गा पूजा का आज सातवां दिन गुजर चुका है। लेकिन पहले की तरह पूजा का उत्साह कहीं भी देखने को नहीं मिल रहा है। देवी मंदिरों तथा पूजा पंडालों से भीड़ गायब है। पूजा का आयोजन पूजा के परंपरागत धार्मिक अनुष्ठान तक सिमट कर रह गया है। नवरात्र प्रारंभ होते ही पूजा के प्रति लोगों का उत्साह देखते ही बनता था। सजावट से क्षेत्रों के मंदिर को आकर्षक बना दिया जाता था। महाष्टमी के दिन तो पूजा समितियों के द्वारा मेले का आयोजन भी किया जाता था। मेला देखने के लिए आसपास के क्षेत्रों के ग्रामीणों की भीड़ जुटती थी। लेकिन इस वर्ष उपरोक्त सभी आयोजनों पर कोरोना ने पाबंदी लगा दी है। इससे आसपास के दुकान लगाने वाले व्यावसायिक वर्ग के बीच भी काफी नाराजगी देखने को मिल रही है ।हलांकि सरकार के द्वारा जारी गाइडलाइन के तहत ही पूजा समितियां पूजा का आयोजन कर रही है। पूजा पंडालों में मास्क पहन कर ही प्रवेश की अनुमति दी गयी है साथ ही सैनिटाइजर का भी प्रबंध समिति के प्रबंधक द्वारा किया गया है। यहां पंजवारा ड्योढ़ी द्वारा पिछले 168 वर्षों से तांत्रिक विधि द्वारा पूजा अर्चना की जाती है ।बताया जाता है कि यहां की राजपरिवार के घराने में वंश प्राप्ति की मन्नत माता से मांगी गई थी जिसके बाद माता द्वारा मनोकामना पूरी करने पर यहां मंडप में हर साल उनके पूर्वजों द्वारा कलश स्थापना कर के पूजा अर्चना नेम-निष्ठा से की जाती है।उपरोक्त जानकारी समिति के सचिव पुतुल नरेश सिंह, सदस्य मोहन सिंह, रणधीर सिंह, जिप सदस्य विजय किशोर सिंह, सुमन सिंह, रमन सिंह,बालाजी बाबू आदि ने दी है