ईस्टर्न रेलवे मेंस यूनियन पाकुड़ शाखा के अध्यक्ष कामरेड अखिलेश कुमार चौबे के नेतृत्व में रेलकर्मियों ने एआईआरएफ नई दिल्ली के निर्देशानुसार मंगलवार को बोनस दिवस मनाया।इस अवसर पर केंद्र सरकार की श्रमिक विरोधी नीति एवं अब तक बोनस की घोषणा नहीं किए जाने के खिलाफ पाकुड़ रेलवे स्टेशन के एक नंबर प्लेटफार्म पर जोरदार प्रदर्शन किया।मौके पर पाकुड़ शाखा के कार्यकारी अध्यक्ष संजय ओझा समेत बड़ी संख्या रेल कर्मी मौजूद थे। मौके पर शाखा अध्यक्ष कॉमरेड अखिलेश चौबे ने कहा कि इस साल मिलने वाला बोनस पिछले वित्तीय वर्ष का उत्पादकता आधारित है।इसे सरकार को देना ही होगा ।क्योंकि बोनस हमारे हक है। उन्होंने कहा कि रेल परिचालन में जी जान से लगे रेलकर्मियों के देय बोनस की घोषणा अगर 21 अक्टूबर तक नहीं की जाती है तो 22 अक्टूबर को देशभर में रेल चक्का जाम किया जाएगा।वहीं कार्यकारी अध्यक्ष संजय ओझा ने कहा कि एआईआरएफ नई दिल्ली के महासचिव शिव गोपाल मिश्रा इस बावत रेलवे के चेयरमैन से लेकर मंत्री तक को रेलकर्मियों की न्यायोचित मांगों से कई बार अवगत करा चुके हैं। रेलवे के अधिकारियों द्वारा मांगों को न्याय संगत मानने के बावजूद उसे पूरा नहीं किया जाना सरकार की श्रमिक विरोधी मानसिकता को ही दर्शाता है। लाॅकडाउन के दौरान जब सारी गतिविधियाँ ठप पड़ गई थीं उस दौरान भी हम रेलकर्मियों ने अपनी जान की परवाह किए बगैर बीस फीसदी ज्यादा माल की ढुलाई की।उन्होंने कहा कि इस बार हम रेलकर्मी आर पार की लड़ाई के मूड में है। 21 अक्टूबर तक बोनस की घोषणा नहीं की गई तो 22 अक्टूबर देश व्यापी रेल चक्का जाम किया जाएगा।साथ ही श्रमिक विरोधी केन्द्र सरकार नीजीकरण के बहाने रेलवे को पूँजीपतियों के हाथों बेचना चाहती है।जिसे हम होने नहीं देंगे। इससे देश का युवा वर्ग बेरोजगार होगा। साथ ही शोषण का शिकार होगा। नई समिति नीति की कारण श्रमिक वर्ग के अधिकारों में कटौती और उनके शोषण की खुली छूट देने की कोशिशों का हम अंतिम साँस तक विरोध करेंगे । मौके पर शाखा के संयुक्त सचिव फजले रहमान, कलीम अंसारी ,अमर मल्होत्रा ,विक्टर जेम्स, गुंजन कुमार, रामकुमार यादव ,दीपक प्रमाणिक, अमरदेव, आदि अनेकों रेल कर्मी मौजूद थे।