क्रिकेट के आइपीएल मैच के मद्देनजर जिले में सट्टेबाजी का धंधा बेखौफ जारी है।जिसमें लाखों कमाने के चक्कर में बड़ी संख्या में यहाँ के युवाओं का भविष्य बर्बाद हो रहा है।लेकिन इसे रोकने की दिशा में पुलिस- प्रशासन द्वारा अब तक कोई पहल नहीं की गई है।सूत्रों के मुताबिक सट्टेबाज किसी गुप्त स्थान से मोबाइल अथवा लैपटाॅप के जरिए धंधे को अंजाम देता है। लोग मोबाइल फोन के जरिए पैसा लगाते हैं। कई लोग तो टीम के परफाॅर्मेंस के आधार पर एडवांस ही बुकिंग करा लेते हैं। सब कुछ इतना शातिर तरीके से चलता है कि उसे संचालित करने वाले तक पहुँचना पुलिस के लिए चुनौती बन गई है।उल्लेखनीय है कि पिछले साल पाकुड़ में आइपीएल सट्टेबाजी उस वक्त पहली बार सुर्खियों में आयी जब कुछ स्थानीय युवाओं को पुलिस ने रंगे हाथ पकड़ कर जेल भेजा था।बावजूद इसके ऑनलाइन सट्टेबाजी का धंधा बेखौफ जारी है ।इस बावत पुलिस निरीक्षक सह नगर थाना प्रभारी गोपाल कृष्ण यादव ने कहा कि इस पर हमारी नजर बनी हुई है।अभी तक हमारे पास ऐसी कोई सूचना नहीं आई है।सूचना मिलते ही कार्रवाई की जाएगी।