मास्क के सवाल पर बवाल मचाने वाले डॉक्टर की कोविड-19 अस्पताल में हुई प्रतिनियुक्ति
गोड्डा।
मास्क के सवाल पर बवाल मचाते हुए 8 वर्षीय बेटी का इलाज कराने पहुंचे पिता के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराते हुए जेल भेजवाने वाले ठाकुरगंगटी के हरि देवी रेफरल अस्पताल में अनुबंध पर पदस्थापित डॉक्टर विवेकानंद को सिविल सर्जन डॉ एसएस मिश्रा ने एक पत्र जारी कर अगले आदेश तक कोविड केयर सेटर सिकटिया में प्रतिनियुक्त करने का आदेश जारी कर दिया है। मालूम हो कि 30 सितंबर को स्थानीय मिश्र गंगटी गांव का संजय तांती नामक व्यक्ति अपनी 8 वर्षीया बेटी का इलाज कराने के लिए अस्पताल पहुंचा था। लेकिन मरीज एवं मरीज के पिता के मास्क नहीं पानी रहने के कारण डॉक्टर ने इलाज करने से इंकार कर दिया था। यह बात दीगर है कि ड्यूटी पर रहने के दौरान खुद चिकित्सक भी मास्क पहने हुए नहीं थे। मास्क के सवाल पर चिकित्सक के साथ मरीज के पिता की बतकही होने के बाद डॉक्टर ने पुलिस बुलवा लिया था। पुलिस ने समझे तांती को अस्पताल से घसीटते हुए ले जाकर बीच चौराहे पर जमकर डंडे से पिटाई की थी। इस मामले में डॉक्टर ने संजय तांती के विरुद्ध सरकारी काम में बाधा पहुंचाने का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई थी। प्राथमिकी के आधार पर संजय तांती को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। अभी भी वह जेल में है। इस बीच संजय तांती की बीच चौराहे पर पुलिस द्वारा पिटाई संबंधी वीडियो वायरल होने पर एसपी ने मामले की जांच कराई थी। जांच के उपरांत घटना के दूसरे दिन ही पुलिस अधीक्षक वाइएस रमेश ने मारपीट करने वाले एएसआई पंकज कुमार को निलंबित कर दिया था। लेकिन डॉक्टर के खिलाफ विभाग की ओर से किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की गई थी। इसके कारण जन आक्रोश लग रहा था। देर से ही सही, लेकिन सिविल सर्जन के स्तर से संवेदनहीन एवं कोरोना संबंधी प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने वाले एवं निर्दोष गरीब को जेल भेजवाने वाले चिकित्सक को कोविड-19 अस्पताल में प्रतिनियुक्ति पर भेज दिया गया। जानकारी के अनुसार डॉक्टर विवेकानंद 5 अक्टूबर को विरमित हो गए हैं।