क्वारांटीन केंद्रों की व्यवस्था में करें सुधार – उपायुक्त ने स्वास्थ्य विभाग को दिया निर्देश – कोविड-19 को लेकर जिला प्रशासन ने स्वास्थ्य विभाग, अस्पताल प्रबंधन समिति एवं जिला स्वास्थ समिति के साथ की समीक्षात्मक बैठक
गोड्डा।
समाहरणालय स्थित सभागार में उपायुक्त भोर सिंह यादव की अध्यक्षता में अस्पताल प्रबंधन समिति एवं जिला स्वास्थ समिति की समीक्षात्मक बैठक आहूत की गई। बैठक में सिविल सर्जन गोड्डा को कोविड-19 के संभाव्य प्रसार को देखते हुए बचाव एवं रोकथाम के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए। उपायुक्त श्री यादव के द्वारा सिविल सर्जन को निर्देश दिया गया कि जिले में अन्य राज्यों एवं अन्य जिले से आने वाले व्यक्तियों का कोराना पॉजिटिव की पहचान कर क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखे जाएं। उपायुक्त ने कहा कि कुछ क्वॉरेंटाइन सेंटर में मूलभूत सुविधा को पूरा करना अति आवश्यक है। इसके लिए बेड, गद्दा, चादर एवं इससे संबंधित अन्य सामग्री का क्रय किए जाएं।कोविड-19 को देखते हुए हैंड सैनिटाइजर, ग्लब्स, पीपीई कीट, थर्मल स्केनर एवं सोडियम हाइपोक्लोराइट आदि का भी क्रय करने पर विचार विमर्श किया गया । सिविल सर्जन डॉ एसपी मिश्रा के द्वारा बताया गया कि क्वॉरेंटाइन सेंटर के लिए 100 पीस थर्मल स्केनर एवं इसके लिए 1000 पीस बैटरी क्रय कर लिया गया है। स्वास्थ्य विभाग के उपयोगिता हेतु भेंटीलेटर की आवश्यकता को देखते हुए राज्य सरकार से मार्गदर्शन प्राप्त कर उसे क्रय करने का निर्णय लिया गया है। जिले में परसपानी एवं सिकटिया सीसीसी, मर्सी हॉस्पिटल पोड़ैयाहाट को डीसीएचसी, हंसडीहा को डीसीएच के रूप में विकसित करने की योजना स्वास्थ्य विभाग की ओर से की जा रही है। उपायुक्त के द्वारा निर्देश दिए गए कि क्वॉरेंटाइन सेंटर का निरीक्षण संबंधित अधिकारियों के द्वारा किए जाएं तथा वहां लोगों को प्रदान की जा रही सुविधाओं का जायजा लिया जाए। वहीं निरीक्षण के क्रम में संबंधित अधिकारियों के द्वारा क्वॉरेंटाइन सेंटर की साफ-सफाई तथा वहां लोगों को प्रदान की जा रही सुविधा भोजन, पानी तथा बिजली की व्यवस्थाओं का पूरा जायजा लिया जाए। वहां पर प्रतिनियुक्त कर्मियों को निर्देश दिए जाएं कि जो भी लोग रखे गए हैं ,उनकी बेहतर तरीके से देखभाल करें तथा उन्हें किसी तरह की कोई असुविधा होने पर उनके लिए जरूरी आवश्यक सामग्री जरूर उपलब्ध कराएं। उपायुक्त के द्वारा जिले में कार्यरत सभी अनुबंध चालकों की मानदेय बढ़ोतरी, दंत चिकित्सक के मानदेय, कोविड महामारी के मद्देनजर देखते हुए 3 कंप्यूटर ऑपरेटर रखने एवं चार लैब टेक्नीशियन आउटसोर्सिंग पर बहाल करने, डीएमएफटी के अंतर्गत बहाल डॉक्टरों एवं अन्य कर्मियों के परफॉर्मेंस पर विस्तारपूर्वक चर्चा की गई। उपायुक्त के द्वारा अस्पताल प्रबंधन समिति की समीक्षात्मक बैठक में अस्पताल में ऑपरेशन कक्ष में पर्याप्त लाइट उपलब्ध कराने के निर्देश संबंधित विभाग को दिए गए। साथ ही साथ अस्पताल के बाहरी क्षेत्र में जहां पर सड़क की स्थिति अच्छी नहीं है उन पर पेवर ब्लॉक लगाने के निर्देश नगर परिषद को दिए गए । सिविल सर्जन से वैसे स्वास्थ्य केंद्रों की सूची मांगी गई जहां पर बिजली ,पानी ,शौचालय उपलब्ध नहीं है। ताकि उचित कार्यवाही कर समुचित सुविधा मुहैया कराई जा सके । आयुष्मान भारत के अंतर्गत मरीजों के मुफ्त इलाज हेतु ज्यादा से ज्यादा लोगों का कार्ड बनाने के लिए उपायुक्त के द्वारा निर्देशित किए गए, ताकि अधिक से अधिक संख्या में गरीब एवं असहाय लोगों को मदद इस कार्ड के माध्यम से मिल सके एवं उनके समुचित इलाज का प्रबंध हो सके। मौके पर उप विकास आयुक्त अंजलि यादव, नगर परिषद अध्यक्ष जितेंद्र कुमार मंडल ,जिला पंचायती राज पदाधिकारी जेसी विनीता केरकेट्टा, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी प्रतिभा कुजुर ,नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी राजीव मिश्र , डीआरसीएचओ डॉ मंटू टेकरीवाल, डीपीएम लॉरेटस तिर्की एवं अन्य पदाधिकारीगण उपस्थित थे।