ऑनलाइन पढ़ाई नहीं कर पा रहे नेशनल स्कूल के छात्रों ने बांस का मचान बनाकर अपना पढ़ाई जारी रखा
रिपोर्ट: अजीत यादव
दुमका।
पढ़ने की ललक और हौसला हो तो हर मुश्किलों से निपटा जा सकता है गरीबी और अभाव के बीच भी रास्ता निकाला जा सकता हैl यही कर दिखाया है भोला ने l दुमका के रामगढ़ प्रखंड का भालसुमर गांव का इंटर का छात्र भोला पंडित। दुमका के अन्य गांवों की तरह भोला के भी भालसुमर गांव में नेटवर्क की समस्या थी। नेशनल स्कूल दुमका का छात्र भोला चाह कर भी ऑनलाइन क्लास नहीं कर पा रहा था जबकि उसे पढ़ने की बहुत ललक थी, गांव में बिजली तो कभी कभार आती है लेकिन नेटवर्क की काफी कठिन समस्या थी। इसी परेशानी के कारण गांव के सक्षम छात्र दुमका में रहकर पढ़ाई करने लगे लेकिन अत्यंत गरीब भोला दुमका में रहकर पढ़ाई करने में असमर्थ था उसने दूसरे से मदद मांग कर एंड्राइड फोन लिया और नेटवर्क समस्या के लिए देसी जुगाड़ अपनाया । उसने अपने घर से दूर खेत में 10 फीट से भी ज्यादा ऊंचा ग्रामीणों के सहयोग से बांस का मचान तैयार किया। ऊंचे मचान में चढ़ने उसे नेटवर्क मिलने लगा और वही बैठकर वह अब ऑनलाइन क्लास करता है । पढ़ने में काफी तेज भोला मैट्रिक में 80 फीसदी अंक लाकर इंटर साईंस लेकर पढ़ रहा है। भोला के पिता खेती-बाड़ी करते हैं और उसी से घर का गुजारा चलता है। वह पढ़ लिख नौकरी लेना चाहता है और अपने पिता के हर उस सपने को पूरा करना चाहता है जिसके लिए आज उसके पिता डबडबायी आंखों से उसे देखते रहते हैं। भोला के सपने को आकार देने में जुटे उन सभी शिक्षकों व अन्य सहयोगियों को सैल्यूट।