बैठक में मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि की आपत्ति पर भाजपा विधायक ने दर्ज किया विरोध गोड्डा। लंबे अंतराल के बाद वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से गुरुवार को हुई दिशा की बैठक काफी गहमागहमी भरी रही। विभिन्न मुद्दों पर सत्ता पक्ष एवं विपक्ष के बीच खेमेबंदी का नजारा था। जनहित के मुद्दों पर भी खींचातानी हुई। पानी एवं बालू के सवाल पर सदस्यों के बीच मतैक्य नहीं था। गोड्डा के भाजपा विधायक अमित मंडल ने बैठक के दौरान राज्य में सत्तारूढ़ गठबंधन के नेताओं के व्यवहार पर आपत्ति जताई। जिला भाजपा के पूर्व अध्यक्ष राजेश झा के आवास पर आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में विधायक श्री मंडल ने कहा कि बैठक के दौरान सत्ता पक्ष के दबाव पर प्रशासन का रवैया भी विभिन्न मुद्दों पर लीपापोती वाला रहा। विधायक श्री मंडल ने जब बालू का मुद्दा उठाया तो प्रशासनिक स्तर से जवाब आया कि बालू का उत्खनन एवं परिवहन पूरी तरह बंद है। वही श्री मंडल का कहना है कि उनके विधानसभा क्षेत्र के सनातन घाट, डुमरिया, सिमरिया, नेमोतरी, दुबराजपुर आदि बालू घाटों से बालू का अवैध उत्खनन एवं परिवहन धड़ल्ले से जारी है।
पेयजल आपूर्ति योजना के सवाल पर हुई तकरार: विधायक श्री मंडल ने कहा कि जब उनके द्वारा करीब एक अरब रुपए की प्राक्कलित राशि वाली गोड्डा शहरी क्षेत्र की पेयजल आपूर्ति योजना का सवाल उठाया गया, तो बरहेट के विधायक एवं सूबे के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्र द्वारा उसका विरोध किया गया। विधायक के अनुसार, मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि ने यहां तक कहा कि ” सुंदर डैम से गोड्डा पानी आने नहीं देंगे। पानी रोक देंगे। इसके लिए आंदोलन कर देंगे। सुंदर डैम एरिया के 6 गांवों के लोगों को पहले पानी की व्यवस्था हो।” विधायक श्री मंडल ने कहा कि वर्तमान सरकार गोड्डा के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है। सुंदर डैम के निकटवर्ती गांव के लिए पानी की व्यवस्था शासन एवं प्रशासन डीएमएफटी फंड से भी कर सकता है। उन्होंने कहा कि गोड्डा शहरी क्षेत्र की जलापूर्ति योजना को जल्द से जल्द धरातल पर उतारना शासन एवं प्रशासन की जिम्मेवारी है। पेयजल आपूर्ति योजना की पाइप बिछाने के नाम पर शहर की सड़कों को तोड़फोड़ कर रख दिया गया है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष राजेश झा एवं दिलीप सिंह तथा वरिष्ठ नेता पवन झा भी मौजूद थे।