बच्ची की मौत पर उबले ग्रामीण किया सड़क जाम एवं अस्पताल में तोड़ फोड़
नितेश रंजन की रिपोर्ट
पथरगामा।
कुआं में डूबे जुड़वां भाई – बहन में से बहन की मौत होने पर परिजनों समेत ग्रामीणों का गुस्सा उबल पड़ा। ग्रामीण चिकित्सक पर इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगा रहे थे। उत्तेजित ग्रामीणों ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के समीप मुख्य मार्ग जाम कर दिया। आक्रोशित लोगों ने अस्पताल में भी घुसकर हल्का तोड़फोड़ किया। पुलिस ने काफी मशक्कत के बाद ग्रामीणों के गुस्से को ठंडा करते हुए स्थिति नियंत्रित किया। ग्रामीण बच्ची की डेड बॉडी को लेकर सड़क पर बैठ गए। परिजनों सहित ग्रामीणों का आरोप था कि चिकित्सक की लापरवाही से बच्ची की मौत हुई है। ग्रमीण चिकित्सक के प्रति काफी आक्रोशित थे। सड़क जाम की जानकारी मिलते ही जाम स्थल पर सीओ राजू कमल, पुलिस इंस्पेक्टर बलबीर सिंह, थाना प्रभारी सुरेंद्र कुमार सिंह पुलिस बल के साथ पहुचे। ग्रामीणों को समझने का प्रयास किया गया। लेकिन ग्रामीण पथरगामा अस्पताल की चिकित्सा व्यवस्था में सुधार और लापरवाही बरतने वाले अस्पताल कर्मी पर कार्रवाई की मांग कर रहे थे। जब भीड़ ने अस्पताल परिसर में घुसने का प्रयास किया और अस्पताल को क्षति पहुचाने की कोशिश की तो पुलिस ने बल प्रयोग कर भीड़ को वहां से भगा दिया। बताते चलें कि चंडीचक ग्राम में बिंदेश्वरी कुंवर के 6 वर्षीय जुड़वां पुत्र और पुत्री घऱ के बगल में खेलने के क्रम में फिसलकर कुआं डूब गए थे। कुआं से दोनों बच्चों को निकाल कर परिजनों ने आनन फानन में पथरगामा अस्पताल लाया था। चिकित्सक ने दोनों बच्चों का प्राथमिक इलाज किया। लेकिन एक बच्ची को नहीं बचाया जा सका। वहीं दूसरे बच्चे का प्राथमिक इलाज कर बेहतर चिकित्सा के लिए चिकित्सक ने गोड्डा रेफर कर दिया। जिससे उस बच्चे की जान बच सकी। इधर बाद में परिजनों को समझा बुझाकर जाम को हटवाया गया। घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर गोड्डा एसडीपीओ भी घटना स्थल पर पहुचे और घटना की जानकारी ली।