66 वर्षीय माधुरी जायसवाल कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं। हर महीने इन्हे दो यूनिट रक्त की जरूरत पड़ती है। कोरोना काल मे धनबाद मे कोरोना के केस शीर्ष पर हैं, ऐसे मे रक्त का मिलना बहुत मुश्किल था। शिक्षक डॉo रवींद्र कुमार विश्वकर्मा को फोन किया गया। वे गिरिडीह जिला के इसरी क्षेत्र मे थे। उन्होने धनबाद जिला कोचिंग एसोसिएशन के संस्थापक मनोज कुमार सिंह को कॉल करके उनके लिए रक्त व्यवस्था करने के लिए कहा।
इस लॉकडाउन में कहीं से ब्लड की व्यवस्था नहीं होने के कारण मनोज कुमार सिंह कार से इसरी पहुँचे और उन्हे धनबाद ले आए। रविन्द्र ने रक्तदान किया और इस प्रकार इस कठिन घड़ी में रक्त की व्यवस्था हुई। रक्तदाता के साथ ही साथ मनोज सिंह का भी बड़ा योगदान रहा। रवीन्द्र का यह 36वाँ रक्तदान है। इससे पहले भी ये माधुरी जायसवाल के लिए रक्तदान कर चुके हैं। आज के इस मुश्किल के दौर मे जहाँ लोग अपनो के लिए रक्तदान करने से कतरा रहें हैं, वहीं डॉ. रवीन्द्र कुमार विश्वकर्मा तथा मनोज कुमार सिंह जैसे लोग भी दुनिया मे मौजूद हैं जो किसी की जिंदगी बचाने की खातिर इतनी जहमत उठा रहें हैं। सच्चे अर्थ मे ये ही हैं असली कोरोना वॉरियर्स।