प्रवासी मजदूरों की वापसी से बढ़ी स्वास्थ्य कर्मियों की परेशानी
प्रवासी मजदूरों की वापसी से बढ़ी स्वास्थ्य कर्मियों की परेशानी
महागामा से मुकेश कुमार की रिपोर्ट
महागामा।
दूसरे राज्यों में काम के लिए गए प्रवासी मजदूरों के आगमन के कारण स्वास्थ्य कर्मियों की परेशानियां कई गुना बढ़ गई है प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ निर्मला बेसरा एवं प्रखंड कार्यक्रम प्रबंधक देवेंद्र कुमार पंडित ने बताया कि अब तक कुल 1665 प्रवासी श्रमिक महागामा आ चुके हैं, जिसकी जांच महागामा रेफरल अस्पताल में किया गया है। जिसमें से 1652 लोगों को होम क्वॉरेंटाइन में भेजा गया है। तथा 13 लोगों को श्री आदर्श मोहन मध्य विद्यालय महागामा में 14 दिनों के लिए क्वॉरेंटाइन किया गया है। उनके स्वास्थ्य जांच के लिए जिला अधिकारी को सूचित किया गया है । स्वास्थ्य कर्मी प्रत्येक दिन वहां जाकर उन लोगों का स्वास्थ्य जांच कर रहे हैैं। प्रशासन द्वारा उनके रहने, खाने एवं आवश्यक चीजों की आपूर्ति की जा रही है। अब तक 1127 लोगों ने 14 दिनों का होम क्वॉरेंटाइन अवधि पूरा कर लिया है ।
अस्पताल में जांच हेतु आने वाले प्रवासी मजदूरों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए गर्भवती महिला, शिशु एवं सामान्य रोगी को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। उनकी सुरक्षा को देखते हुए अस्पताल प्रशासन द्वारा प्रखंड कार्यालय के पुराने अंचल ऑफिस को कोरोना संबंधित जांच हेतु केंद्र बनाया गया है, जिसमें चिकित्सा पदाधिकारी, एमपीडब्ल्यू, एएनएम एवं अन्य स्वास्थ्य कर्मियों को पदस्थापित किया गया है । दो शिफ्ट में काम किया जा रहा है। सुबह आठ बजे से 2 बजे तक एवं 2 बजे दोपहर से रात 8 बजे तक कार्य करेंगे। दिन-ब-दिन प्रवासी मजदूरों की बढ़ती संख्या के कारण स्वास्थ्य कर्मियों को अतिरिक्त ड्यूटी करनी पड़ रही है तथा उन्हें सरकार द्वारा कोई विशेष सुविधा या प्रोत्साहन उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है । जबकि सभी स्वास्थ्य कर्मी दिन रात कार्य कर रहे हैं
*समाचार आज तक*