नए कप्तान के आदेश पर पुलिस टीम हुई रेस -संपूर्ण जिले को सील डाउन करने का दिया गया आदेश
नए कप्तान के आदेश पर पुलिस टीम हुई रेस
-संपूर्ण जिले को सील डाउन करने का दिया गया आदेश
गोड्डा से अभय पलिवार की रिपोर्ट
गोड्डा।
पूरे विश्व में कहर बरपा रहा जानलेवा अदृश्य कोरोनावायरस के चेन को तोड़ने के लिए भारत में पिछले 5 सप्ताह से अधिक समय से लॉक डाउन जारी है। लॉक डाउन के शुरुआती दौर में झारखंड में जहां एक भी कोरोना संक्रमित मरीज नहीं थे, वहीं अब मरीजों की संख्या तीन अंकों में पहुंच गई है। बीती रात तक इस सूबे में कोरोना पॉजिटिव मरीज की संख्या 111 तक पहुंच गई थी। इन मरीजों में गोड्डा जिला का एक मरीज भी शुमार है।
सूबे में कोरोनावायरस से संक्रमित लोगों की संख्या में इजाफा होने के साथ ही लॉक डाउन को और सख्ती से लागू करने की आवश्यकता महसूस की जा रही है। इस बीच शासन द्वारा राज्य के अनेक जिलों में पुलिस प्रशासन में बदलाव किया गया है। अनेक जिलों के पुलिस कप्तान बदल दिए गए हैं , जिसमें गोड्डा जिला भी शामिल है।
यह महज संयोग है कि जिस दिन (30 अप्रैल) को गोड्डा के नए पुलिस कप्तान के रूप में वाईएस रमेश ने पदभार ग्रहण किया, उसी रात जिला के पोड़ैयाहाट प्रखंड के लत्ता गांव के एक युवक के कोरोना पॉजिटिव की पुष्टि हुई। इसके पूर्व तक इस जिला के सीमावर्ती जिलों में यह अदृश्य वायरस अपनी उपस्थिति दर्ज करा चुका था। लेकिन लत्ता गांव के एक व्यक्ति में कोरोना संक्रमण की पुष्टि होने के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि अदृश्य कोरोनावायरस अब इस जिले में भी अपनी उपस्थिति दर्ज करा चुका है। हालांकि लत्ता गांव के जिस युवक में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है, वह लॉक डाउन के दौरान ही कुछ दिन पूर्व पश्चिम बंगाल से वापस अपने घर लौटा था।
बहरहाल, नए पुलिस कप्तान के पदभार ग्रहण करने के कुछ घंटे बाद ही कोविड-19 मामले में यह जिला ग्रीन जोन से ऑरेंज जोन में पहुंच चुका है। इसके कारण नए पुलिस कप्तान की चुनौती बढ़ गई है। ऑरेंज जोन से रेड जोन में यह जिला नहीं पहुंचे, बल्कि फिर से ग्रीन जोन में आ जाए, इसके लिए पुलिस प्रशासन के साथ ही जिला प्रशासन भी काफी सक्रिय हो गया है।
लिहाजा, पुलिस कप्तान का पदभार ग्रहण करने के दूसरे दिन कोरोनावायरस की चुनौती से निपटने के लिए पुलिस अधीक्षक श्री रमेश काफी रेस रहे। शुक्रवार की सुबह नए पुलिस कप्तान ने पोड़ैयाहाट चेकनाका का निरीक्षण किया। उसके बाद उन्होंने जिले के सभी थाना प्रभारियों, पुलिस निरीक्षकों के साथ मीटिंग की। इस जिला एवं जिला के सीमावर्ती जिलों में कोरोमा संकट के बढ़ते मामले को देखते हुए पुलिस अधीक्षक श्री रमेश ने संपूर्ण जिला को सील डाउन करने का निर्देश दिया। सभी थाना प्रभारी को अपने अपने एरिया में चेक पोस्ट लगाने का निर्देश दिया गया। एसपी के आदेश पर टाउन थाना क्षेत्र में 5 चेक पोस्ट लगाए गए। लॉक डाउन के नियमों का उल्लंघन कर बेवजह घूमने वालों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश अधीनस्थ पुलिस पदाधिकारियों को दिया गया।
अपने नए कप्तान के निर्देश का अनुपालन करने के लिए पुलिस टीम रेस हो गई है। मिली जानकारी के अनुसार, एसपी के निर्देश पर जिला के सभी थाना प्रभारी द्वारा अपने-अपने स्थानों में पुलिस पदाधिकारियों, कर्मियों एवं चौकीदारों के साथ मीटिंग की गई । इस दौरान वैश्विक महामारी कोरोना से खुद को बचाते हुए अपनी ड्यूटी का पूरी निष्ठा से निर्वहन करने के लिए जरूरी बिंदुओं को समझाया गया।
वाहन जांच के नाम पर की जा रही खानापूर्ति:
पुलिस अधीक्षक के आदेश पर टाउन थाना अंतर्गत जिला मुख्यालय की सीमा पर बनाए गए चेक पोस्टों पर वाहन चेकिंग अभियान शुरू किया गया है। नए पुलिस कप्तान ने लॉक डाउन का सख्ती से अनुपालन करवाने के लिए दोपहिया वाहनों समेत अन्य प्रकार के वाहनों के चलने पर रोक लगाई है। विशेष परिस्थिति में दो पहिया वाहन पर एक एवं चार पहिया वाहन पर दो लोगों के आवागमन की अनुमति दी गई है। इस आदेश का उल्लंघन करने पर एसपी ने वाहनों को जप्त करने का आदेश दिया है।
लेकिन अपने कप्तान के आदेश का कड़ाई से अनुपालन करने के मामले में चेक पोस्ट पर तैनात पुलिसकर्मी ढिलाई बरत रहे हैं। शुक्रवार को शाम में रौतारा चेकपोस्ट होकर दोपहिया वाहनों पर सवार दो-दो सवारी आती-जाती रही और पुलिस मामूली पूछताछ कर वाहनों को छोड़ते रहे। शहर के जागरूक नागरिकों ने पुलिस की इस भूमिका पर सवाल खड़े किए हैं।