मुखिया के समर्थन में आवेदन पर हस्ताक्षर नहीं करने पर किया गाली गलौज
मुखिया के समर्थन में आवेदन पर हस्ताक्षर नहीं करने पर किया गाली गलौज
-मामला पोड़ैयाहाट प्रखंड के आषाढी माधुरी पंचायत का
– मुखिया पर जरूरतमंदों को नहीं, चहेतों को अनाज वितरण करने के आरोप में दर्ज हुई है प्राथमिकी
– जिला पंचायती राज पदाधिकारी ने मुखिया को जारी किया है कारण बताओ नोटिस
गोड्डा।
जिले के पोड़ैयाहाट प्रखंड अंतर्गत आषाढी माधुरी पंचायत के मुखिया के खिलाफ एक 11 दिन पूर्व ही पोड़ैयाहाट थाना में प्राथमिकी दर्ज होने के बावजूद अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। इसके कारण पंचायत वासियों में असंतोष गहराता जा रहा है। इस बीच मुखिया सोनी देवी द्वारा अपने समर्थन में ग्रामीणों का हस्ताक्षर कराने का प्रयास किया जा रहा है। मुखिया समर्थकों द्वारा मुखिया के समर्थन में आवेदन पर ग्रामीणों के हस्ताक्षर कराने के क्रम में माहौल और बिगड़ गया है। मुखिया समर्थक एवं विरोधियों में हाथापाई होने के बाद मामला थाना तक पहुंच गया है।
मालूम हो कि कोरोनावायरस के कारण जारी लॉक डाउन के कारण सरकार द्वारा गरीबों एवं जरूरतमंदों को राहत पहुंचाने के लिए जन वितरण प्रणाली की दुकानों से एकमुश्त दो माह का अनाज वितरित कराने की व्यवस्था की गई है। वहीं बिना राशन कार्ड वाले गरीबों एवं जरूरतमंदों को 10 किलो खाद्यान्न देने के लिए मुखिया को अधिकृत किया गया है। लेकिन आषाढी माधुरी पंचायत की मुखिया सोनी देवी के द्वारा गरीबों एवं जरूरतमंदों के बदले खाद्यान्न अपने चहेते दबंग लोगों के बीच वितरित कर दिया गया है। इस बात की पुष्टि उप निर्वाचन पदाधिकारी सह प्रभारी जिला जनसंपर्क अधिकारी विवेक सुमन के निरीक्षण के दौरान 10 अप्रैल को हुई थी। निरीक्षण के दौरान पंचायत के निवासियों ने श्री सुमन के समक्ष इस बात का भी खुलासा किया था कि मुखिया पंचायत भवन में दबंगों से घिरी रहती हैं। गरीब एवं कमजोर किस्म के लोगों को पंचायत भवन में प्रवेश करने नहीं दिया जाता है। मुखिया समर्थक दबंगों द्वारा गरीब एवं कमजोर वर्ग के लोगों को गाली गलौज करके पंचायत भवन से भगा दिया जाता है।
इस आशय का निरीक्षण प्रतिवेदन प्राप्त होने के बाद 12 अप्रैल को प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी, पोड़ैयाहाट द्वारा मुखिया के खिलाफ स्थानीय थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी।
उप निर्वाचन पदाधिकारी के निरीक्षण प्रतिवेदन के आधार पर 15 अप्रैल 2020 को जिला पंचायती राज पदाधिकारी ने मुखिया से स्पष्टीकरण मांगा था और 24 घंटे के अंदर जवाब देने का निर्देश दिया था। लेकिन बताया जाता है कि एक सप्ताह गुजर जाने के बाद भी मुखिया द्वारा जिला पंचायती राज पदाधिकारी को स्पष्टीकरण का जवाब नहीं दिया गया है।
मिली जानकारी के अनुसार, इस दौरान मुखिया एवं उनके समर्थक बचाव में ग्रामीणों से हस्ताक्षर करवा रहे हैं। मुखिया के समर्थन में ग्रामीणों का हस्ताक्षर जुटाने के दौरान 22 अप्रैल 2020 को मुखिया समर्थक एवं विरोधियों के बीच टकराव हो गया। मामला गाली-गलौच होते हुए हाथापाई तक जा पहुंचा। इस संबंध में हरिजन टोला के लोगों ने मुखिया समर्थक एक पारा शिक्षक एवं अन्य के खिलाफ पोड़ैयाहाट थाना में घटना तिथि को ही प्राथमिकी दर्ज कराई है। वार्ड नंबर 01 आषाड़ी माधुरी के हरिजन टोला में मुखिया के समर्थन में जबरन हस्ताक्षर कराने का प्रयास किया जा रहा था। बताया जाता है कि मुखिया समर्थक कुमोद कुमार झा, जो एक पारा शिक्षक भी हैं, ने हरिजन टोला जाकर मुखिया के समर्थन में ग्रामीणों का जबरन हस्ताक्षर कराने का प्रयास कर रहे थे। उनके द्वारा कहा जा रहा था कि कागज पर हस्ताक्षर करो, मुखिया जी बोले हैं। बताया जाता है कि हरिजन टोला के लोगों द्वारा हस्ताक्षर करने से इनकार करने पर मुखिया समर्थकों ने उन लोगों के प्रति अभद्र भाषा का प्रयोग किया। बतकही बढ़ते बढ़ते हाथापाई तक जा पहुंची थी। इसके कारण आषाढी माधुरी पंचायत के लोग मुखिया समर्थक एवं विरोधी खेमे में विभाजित हो गए हैं। माहौल गर्म होता जा रहा है।