भाषण नहीं , एक्शन चाहिए -आंगनबाड़ी कर्मियों को वेतन और प्रोटेक्शन चाहिए गोड्डा। भारतीय ट्रेड यूनियन सेंटर ( सीटू ) के केंद्रीय कमेटी के आह्वान पर सोमवार को आंगनवाड़ी सेविका, सहायिकाओं, पोषण सखी एवं रसोईया ने अपनी समस्याओं की ओर केन्द्र सरकार का ध्यान आकृष्ट करने के लिए घरों एवं कार्य स्थलों के बाहर मांगो की तख्ती लिए मौन प्रदर्शन किया। सीटू की जिला अध्यक्ष बबीता कुमारी आनंद ने पुत्र निखिल आनन्द के साथ अपने पथरगामा स्थित घर के दरवाजे पर मांगों का पोस्टर लेकर प्रदर्शन किया ।बबीता कुमारी आनंद ने पोस्टर के माध्यम से मांग रखी है कि भाषण नहीं एक्शन और राशन चाहिए ।आंगनवाड़ी सहायिका सेविका, पोषण सखी, रसोईया संयोजिका आदि महिला अनुबंध कर्मियों को वेतन और प्रोटेक्शन चाहिए ।कोविड – 19 से लड़ रहे सभी स्वास्थ्य कर्मियों, सफाई कर्मियों एवं अन्य सहायकों को सुरक्षा उपकरण देने और सभी को समान रूप से 50 लाख के बीमा दायरे में लाने की मांग की। सभी मज़दूरों,किसानों, गरीब परिवारों को तीन माह का राशन के साथ-साथ 7500 प्रतिमाह राशि उपलब्ध कराने ,सभी घरों को सैनेटाईज करने,अफवाहों को रोकने की मांग की। बड़े-बड़े कंपनियों,उद्योगपतियों के द्वारा किये जा रहे मजदूरों की छटनी को रोकने,विभिन्न राज्यों में फंसे प्रवासी मजदूरों की अविलंब सहायता करने मांग की।साथ ही कोरोना जैसी महामारी के संकट में केन्द्र एवं राज्य की सरकारों से आम जनता को हर तरह से मदद करने की अपील की। अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के पूर्व जिला मंत्री एवं सीटू के वरिष्ठ नेता उमेश मिश्रा ने कहा कि लॉक डाउन के कारण सीटू की केंद्रीय समिति की ओर से आंगनबाड़ी कर्मियों को अपने घरों एवं कार्य स्थलों के बाहर मांगों की तख्ती लेकर प्रदर्शन करने का आह्वान किया गया था।