लॉक डाउन के कारण तरडीहा में नहीं लगा मेला -सोशल डिस्टेंसिंग बनाकर की गई बाबा भोलेनाथ की पूजा
लॉक डाउन के कारण तरडीहा में नहीं लगा मेला
-सोशल डिस्टेंसिंग बनाकर की गई बाबा भोलेनाथ की पूजा
पथरगामा से नितेश रंजन की रिपोर्ट
पथरगामा ।
कोरोनावायरस के कहर के चलते जारी लॉक डाउन के कारण प्रखंड के ऐतिहासिक गांव तरडीहा में 150 वर्षों से अधिक समय से हर साल 15 अप्रैल को आयोजित होने वाला चरक पूजा कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया । अलबत्ता, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए सादगी पूर्ण रंग से देवाधिदेव महादेव का पूजन आदिवासी समाज के लोगों द्वारा किया गया।
प्रखंड स्थित महेशलिटी पंचायत अंतर्गत सहित ग्राम तरडीहा में बुधवार को शिव मंदिर में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए पुजारी बुद्धिनाथ हांसदा ने पूजा अर्चना की। उनके साथ पूजा में मास्क लगा कर नरेश हांसदा भी बैठे थे।
मालूम हो कि लॉकडाउन को लेकर चरक मेला से संबंधित तमाम कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया। पूजा कमेटी के मुनीलाल हांसहा , सुरेश हांसदा, वीरेंद्र हांसदा, मिश्री हांसदा ने बताया कि लॉकडाउन होने की वजह से इस ऐतिहासिक चरक मेला मे सिर्फ शिव गुरु की पूजा किया गया। बताया कि प्रत्येक साल शिव गुरु की पूजा धूमधाम से किया जाता था और पूजा के आयोजन के बाद चडक मेला का भव्य आयोजन होता था । इस बार कोरोना वायरस को लेकर साधारण तरीके से पूजा का आयोजन हुआ और मेला को स्थगित कर दिया गया। आयोजन समिति के लोगों ने बताया कि इस पूजा में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए पूजा किया गया ।
आयोजन समिति के सदस्यों ने बताया कि इस ग्राम में 18 64 ईस्वी से हर साल 15 अप्रैल को भव्य पूजा एवं मेला का आयोजन होता चला आया है। इस बार कैरोना वायरस को लेकर साधारण ढंग से पूजा की गई । बताया कि जंगे आजादी के महान सेनानी शहीद बाबा भागीरथ मांझी ने ही चडक मेला एवं पूजा का शुभारंभ स्वयं किया था , जिसे लगातार उनके वंशज करते आ रहे हैं । आयोजन समिति के लोगों ने बताया कि 15 अप्रैल को चडक मेला का आयोजन शुरू से होते आया है।