डीलर को भेजा गया जेल
डीलर को भेजा गया जेल
हनवारा से जावेद अख्तर की रिपोर्ट
हनवारा।
जन वितरण प्रणाली के तहत लाभुकों को मिलने वाले चावल गबन करने के आरोप में डीलर रामलखन पासवान ( 55 ), पिता झकसु पासवान, अनुज्ञप्ति संख्या 05/2000 को मंगलवार को जेल भेज दिया। इनके खिलाफ महागामा के प्रखण्ड आपूर्ति पदाधिकारी प्रभाष कुमार के द्वारा हनवारा थाना में आवेदन देकर मुकदमा दर्ज कराया गया था। मामले को लेकर हनवारा थाना में कांड संख्या 21/20, धारा 406,419,420 आइपीसी एवं 7 ईसी एक्ट के तहत सोमवार को दर्द गया था।
दिए आवेदन में लिखा गया है कि सोमवार को खोरद पंचायत के सिरसी गांव के दर्जनों लाभुकों द्वारा जनवितरण प्रणाली दुकानदार रामलखन पासवान पर आरोप लगाया गया था कि मार्च माह का चावल वितरण नही किया गया है। लाभुकों की शिकायत पर प्रखण्ड आपूर्ति पदाधिकरी एवं महागामा प्रखण्ड विकास पदाधिकारी धीरज प्रकाश निरीक्षण करने पहुंचे।
निरीक्षण के दौरान 98 कार्डधारियों का निरीक्षण किया गया , जिसमें पाया गया कि डीलर द्वारा मार्च माह का चावल वितरण नहीं किया गया था।डीलर से स्टॉक पंजी मांगे जाने पर उपलब्ध नहीं कराए जाने पर डीलर को हनवारा पुलिस के हवाले कर दिया। डीलर के खिलाफ प्रखण्ड आपूर्ति पदाधिकरी द्वारा मार्च माह का चावल गबन का मामला दर्ज कराया गया। हनवारा थाना प्रभारी सूरज कुमार ने बताया कि चावल गबन का मामला दर्ज कर डीलर को गोड्डा जेल भेज दिया। लोगों का कहना है कि इस तरह का भ्रष्ट डीलर को जेल भेजने की कार्यवाही कर क्षेत्र के पीडीएस डीलरों को कड़ा संदेश देने का काम किया। जहां एक तरफ विश्वव्यापी कोरोना महामारी से शासन से प्रशासन परेशान है।जिसके चलते पूरे देश में लॉक डाउन है।एक तरफ सरकार द्वारा गरीब लोगों को भोजन कराने के लिए हरेक तरह से व्यवस्था किया जा रहा है।गरीब,असहाय लोगों को सरकारी एवं गैर सरकारी रूप से भोजन मुहैया कराया जा रहा है।वही सरकार द्वारा गरीबों को एक ही बार दो महीने का चावल देने के लिए डीलरों को दिया गया है।सरकार की मंशा है कि कोई भूखा न रहे। लेकिन इस महामारी में भी डीलरों द्वारा गरीबों का हक मारने से बाज नहीं आ रहे हैं। हालांकि इस संवाददाता के द्वारा प्रखण्ड आपूर्ति पदाधिकारी प्रभाष कुमार गुप्ता से दूरसंचार माध्यमों के द्वारा जनवितरण प्रणाली दुकानदारों का लाइसेंस रद्द करने के बारे में जानकारी प्राप्त करना चाहा तो वह इससे संबंधित ज्यादा कुछ नहीं बोलना चाह रहे थे ।उन्होंने बताया मुझे पूरी जानकारी नही है। यह दो तीन दिन बाद ही पता चल पाएगा।