लॉक डाउन में फंसे गरीबों की मदद के लिए टीम 5 के दूर-दूर तक पहुंच रहे हाथ
लॉक डाउन में फंसे गरीबों की मदद के लिए टीम 5 के दूर-दूर तक पहुंच रहे हाथ
– युवाओं ने की मानवीय पहल
हनवारा से जावेद अख्तर की रिपोर्ट
हनवारा।
जानलेवा कोरोनावायरस पूरे विश्व में मौत का तांडव मचा रहा है। भारत में भी कोरोना का वायरस तेजी से अपना पांव पसारता जा रहा है। मानव का अदृश्य दुश्मन कोरोना वायरस देश के लगभग सभी राज्यों में संक्रमण फैलता जा रहा है। कोरोना वायरस के चक्र को तोड़ने के लिए पूरे देश में 21 दिनों तक के लिए लॉक डाउन की घोषणा की गई है । इसके कारण कल कारखाने बंद पड़े हैं। काम धंधा ठप पड़ गया है। परिणाम स्वरूप रोजी रोजगार के लिए दूसरे राज्यों में गए लोगों को भारी मुश्किल हालात का सामना करना पड़ रहा है। आवागमन का साधन बंद रहने के कारण लोग चाह कर भी अपने घर लौट नहीं पा रहे हैं। ऐसी स्थिति में गोड्डा जिले के हनवारा इलाके के कुछ युवाओं की पहल से परदेस में फंसे लोगों को काफी राहत मिल रहा है।
नॉक डाउन के कारण सबसे ज्यादा परेशान गरीब वर्ग को रही है।उनके सामने रोजी रोटी का संकट है।साथ ही अन्य परेशानी भी है। संकट की इस घड़ी में चारों ओर से मदद के हाथ आगे बढ़ रहे हैं। टीम 5 के हाथ गरीबों के मदद की ओर तेजी से बढ़ रहे हैं।
देश के विभिन्न हिस्सो में लॉकडाउन के दौरान दिहाड़ी मजदूर फँसे हुए हैं।लॉकडाउन के कारण बाहर फंसे लोगों को खाने के लाले पड़ रहे थे। तब टीम 5 के सदस्यों को बाहर में फंसे मजदूरों के द्वारा मदद के लिए बोला गया। साथ ही सोशल मीडिया के माध्यम से जानकारी मिली और जरूरतमंदों की मदद करने लग गए। उन्हें पैसे और राशन पहुंचाने लगे।
इस टीम को नाम दिया है टीम 5। कॉटन वारियर्स के रूप में न केवल झारखंड बल्कि देश के अन्य हिस्सों में फंसे लोगों की मदद कर रहे हैं। अब तक टीम 5 द्वारा 200 से भी अधिक मजदूरों को देश के विभिन्न हिस्सो में मदद पहुंचाई गई है।
टीम से जुड़े सभी युवक गोड्डा के अलग-अलग इलाकों के हैं और आपस में सोशल मीडिया के माध्यम से एक- दूसरे से जुड़े हुए है।इन युवकों में ताजफ्फुल आज़ाद, इंडियन पंच पत्रकार जावेद अख्तर, मो मिन्हाज आलम ,तौसीफ आलम एवं मुश्ताक अंसारी का नाम शामिल है।ये सभी युवा देश के अलग-अलग हिस्सों में लॉकडाउन के फंसे मजदूरों की मदद उनके खातों में एक निर्धारित राशि एवं उनके घरों अनाज भेजवा रहे हैं।सभी युवा अपने स्तर से लोगों से सहायता राशि संग्रहित करते है ।इसके लिए अपने जानने वालों को अलग अलग क्षेत्रो में प्रेरित करते हैं। टीम से जुड़े सभी युवा वैसे तो अल्पसंख्यक समुदाय हैं, लेकिन इनके द्वारा सहायता हर वर्ग एवं समुदाय के जरूरतमंदों को मिल रहा है । टीम-5 से तत्काल मदद पाकर लोग उन्हें धन्यवाद भी भेज रहे हैं। इनलोगों के अब तक लगभग 40 हजार रुपये की मदद की जा चुकी है। इनलोगों का कहना है कि जहां तक हो सके इस विकट परिस्थिति में जरूरतमंदों के साथ हैं।जब भी हमलोगों की जरूरत पड़ेगी साथ खड़े रहेंगे।