कोरोना का कहर: लापरवाही को लेकर गोड्डा डीसी हुए सख्त
कोरोना का कहर: लापरवाही को लेकर गोड्डा डीसी हुए सख्त
आठ बीडीओ एवं सभी प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारी को भेजा कारण बताओ नोटिस
-स्पष्टीकरण का जवाब संतोषजनक नहीं पाए जाने पर आपदा प्रबंधन में लापरवाही बरतने हेतु की जाएगी निलंबन की कार्रवाई की अनुशंसा
गोड्डा से अभय पलिवार की रिपोर्ट
गोड्डा
जानलेवा कोरोना वायरस से बचाव कार्य में जिले के अधिकांश प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं प्रखंडों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी का रवैया प्रशासनिक समीक्षा के क्रम में लापरवाही वाला पाया गया है। इसके कारण उपायुक्त का रवैया सख्त हो गया है। कोरोना वायरस से बचाव एवं आपदा प्रबंधन संबंधी कार्रवाई का रिपोर्ट समय पर उपलब्ध नहीं कराए जाने के कारण उपायुक्त सुनील कुमार ने जिले के 9 में से 8 एवं सभी प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारी को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। नोटिस में 24 घंटे के अंदर जवाब देने एवं जवाब संतोषप्रद नहीं पाए जाने पर दोषी पदाधिकारियों के निलंबन की अनुशंसा सरकार से करने की चेतावनी भी दी गई है।
उपायुक्त सुनील कुमार द्वारा 30 मार्च को देर रात कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। कारण बताओ नोटिस पोड़ैयाहाट के प्रखंड विकास पदाधिकारी को छोड़कर अन्य सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं सभी प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारी को जारी किया गया है। जारी नोटिस में कहा गया है कि स्वास्थ्य संबंधी प्रपत्र-6 के साथ कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण के रोकथाम हेतु स्थापित आइसोलेशन , क्वारंटाइन सेंटर एवं बाहर से आए व्यक्तियों की सूचना संलग्न प्रपत्र में प्रतिदिन संध्या 4 बजे तक संयुक्त हस्ताक्षर से भेजा जाना है। परंतु 30 मार्च 2020 को प्रपत्र-6 में कोई प्रतिवेदन प्राप्त नहीं हुआ है, जो आपकी स्वेच्छाचारिता, लापरवाही एवं आपदा जैसे कार्यों में लापरवाही का परिचायक है।
उपरोक्त परिप्रेक्ष्य में 24 घंटे के अंदर आप अपना स्पष्टीकरण अधोहस्ताक्षरी को समर्पित करें कि क्यों नहीं महामारी रोग अधिनियम की धारा- 2, 3 एवं 4 के तहत झारखंड राज्य महामारी रोग (कोविड-19) विनियमन, 2020 में निहित निदेशों का उल्लंघन के लिए आपके विरुद्ध विभागीय एवं निलंबन की कार्रवाई हेतु सरकार को प्रतिवेदित कर दिया जाए।
समाचार आज तक