विधायक दीपिका के प्रयास से महागामा की स्वास्थ्य व्यवस्था में हुआ बदलाव
-विधायक दीपिका के प्रयास से महागामा की स्वास्थ्य व्यवस्था में हुआ बदलाव
डॉ निर्मला बेसरा बनाई गईं प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी
-ट्विटर पर संदेश मिलने के बाद मुख्यमंत्री ने भी दिया था कार्रवाई का आश्वासन
-सोमवार को महागामा रेफरल अस्पताल में नदारद थे चिकित्सक
गोड्डा से अभय पलिवार की रिपोर्ट
गोड्डा
जनहित के लिए सतत प्रयत्नशील रहने वालीं महागामा की विधायक दीपिका पांडेय सिंह एवं उनकी टीम के प्रयास से महागामा प्रखंड क्षेत्र की स्वास्थ्य व्यवस्था में 24 घंटे के अंदर बहुत बड़ा बदलाव हो गया। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी बदल दिए गए। स्वास्थ्य व्यवस्था में भी बदलाव आ गया। डॉक्टर जेपी भगत के स्थान पर चिकित्सा पदाधिकारी डॉ निर्मला बेसरा महागामा रेफरल अस्पताल एवं अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, परसा की भौतिक कार्य संपादन हेतु प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी बनाई गईं। इस संबंध में विभागीय आदेश जारी कर दिया गया है।
उल्लेखनीय है कि सोमवार को महागामा रेफरल अस्पताल में बहुत देर तक कोई भी चिकित्सक एवं चिकित्सा कर्मी ड्यूटी पर मौजूद नहीं थे। लोग इलाज एवं जांच के लिए इधर-उधर भटक रहे थे। मामले की जानकारी विधायक श्रीमती सिंह के निकटतम सहयोगी एवं कांग्रेस के मीडिया सेल के जिला प्रमुख अभिनव कुमार को भी मिली।
श्री अभिनव जब अस्पताल पहुंचे तो कोई चिकित्सक मौजूद नहीं थे। उन्होंने जब प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर जेपी भगत को मोबाइल पर कॉल लगाया, तो उनका स्विच ऑफ मिला। तब अभिनव ने गोड्डा के सिविल सर्जन डॉ एस पी मिश्रा को हालात से अवगत कराया। डॉ मिश्रा ने जवाब दिया, मैं मामले को देखता हूं।
सिविल सर्जन के जवाब दिए जाने के करीब आधा घंटा बाद भी कोई चिकित्सक ड्यूटी पर नहीं आए। तब थक हार कर श्री अभिनव ने विधायक दीपिका पांडे सिंह को टैग करते हुए ट्विटर पर मुख्यमंत्री को संदेश दिया। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ट्विटर संदेश पर त्वरित संज्ञान लेते हुए उपायुक्त को कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
बहरहाल, मुख्यमंत्री के आदेश पर दूसरे दिन ही कार्रवाई हुई। मंगलवार को सिविल सर्जन ने आदेश जारी कर डॉ निर्मला बेसरा को भौतिक कार्य संपादन हेतु प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी के रूप में अधिसूचित किया। मंगलवार को महागामा रेफरल अस्पताल की स्वास्थ्य व्यवस्था चाक-चौबंद रही। अस्पताल आने वाले रोगियों की समुचित ढंग से जांच पड़ताल हुई।
अंचलाधिकारी , महागामा ने हॉस्पिटल का निरीक्षण किया। उन्होंने निर्देश दिया कि महागामा रेफरल अस्पताल में 24 घंटे कार्यरत रहने वाले कंट्रोल रूम स्थापित करते हुए छह 6 -6 घंटे के लिए एक एक टीम एक एक चिकित्सक के नेतृत्व में काम करे।
बहरहाल, ‘लेडी आयरन ‘ के रूप में जिले की जनमानस के बीच प्रसिद्ध महागामा की विधायक दीपिका पांडेय सिंह के प्रयास से स्वास्थ्य व्यवस्था में एक झटके में सुधार होने से स्थानीय लोग काफी उत्साहित हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अरविंद झा एवं नवल किशोर भगत ने कहा कि यह तो सिर्फ झांकी है। विधायक दीपिका पांडे सिंह के और कामों की झांकी अभी बाकी है, जो निकट भविष्य में दृष्टिगोचर होने लगेगा।