होम्योपैथी दुनिया की तेजी से विकसित होने वाली चिकित्सा पद्धति : डॉक्टर पुरुषोत्तम
होम्योपैथी दुनिया की तेजी से विकसित होने वाली चिकित्सा पद्धति : डॉक्टर पुरुषोत्तम
-राजकीय होम्योपैथिक कॉलेज एवं अस्पताल, परसपानी में ऑरगेनन ऑफ मेडिसिन विषय पर सेमिनार आयोजित
गोड्डा। होम्योपैथी कॉलेज एवं अस्पताल, परसपानी के सत्र 2015- 19 के छात्रों की ओर से बुधवार को ऑरगेनन ऑफ़ मेडिसिन विषय पर सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार में आज के दौर में होमियोपैथी की उपयोगिता और एलोपैथी के दवा से होने वाले दुष्परिणाम पर चर्चा की गई। रोगों के मूल कारण और उसके निवारण पर चर्चा की गई। सेमिनार में वक्ताओं ने सिंगल मेडिसिन के उपयोग और होमियोपैथी के विकास और अनुसन्धान पर जोर देने की वकालत की।
ऑरगेनन ऑफ़ मेडिसिन डिपार्टमेंट की विभागाध्यक्षा डॉ उषा यादव ने होमियोपैथी के विकास पर विस्तृत चर्चा की।ऑरगेनन ऑफ़ मेडिसिन विभाग के व्याख्याता डॉ पुरुषोत्तम कुमार सिंह ने बताया कि आज होमियोपैथी दुनिया की सबसे तेजी से विकसित होने वाली चिकित्सा पद्धति है। इसमें अनुसन्धान भी बहुत हो रहे हैं। यह एक साइंटिफिक चिकित्सा पद्दति है। इसमें हर पुराने से पुराने रोगों का इलाज संभव है। जरूरत है तो सिर्फ योग्य चिकित्सक की। वहीं घनश्याम ने ड्रग प्राइमरी एंड सेकेंडरी एक्शन के बारे में विस्तृत जानकारी दिया । सेमिनार में कुल 25 विद्यार्थी उपस्थित थे। उपस्थित छात्रों में सूरज, घनश्याम, राजेश, बलराज, अंसारी, इंजमाम उल हक, मिथुन, मनोज, प्रदीप गुड़िया, प्रियलता, रोशनी तिग्गा के अलावे छात्र नेता सिकंदर कुमार भी उपस्थित थे ।