झारखंड राज्य ग्रामीण बैंक की रघुनाथपुर शाखा से कंप्यूटर चोरी का पुलिस ने किया उद्भेदन
गोड्डा।पोड़ैयाहाट थाना अंतर्गत झारखंड राज्य ग्रामीण बैंक की रघुनाथपुर शाखा से 25 जनवरी की रात हुई कंप्यूटर चोरी की घटना का पुलिस ने उद्भेदन कर लिया है। पुलिस अधीक्षक शैलेंद्र प्रसाद वर्णवाल के नेतृत्व में गठित पुलिस टीम ने इस मामले में दो चोरों को गिरफ्तार किया है। साथ ही चोरी हुआ 6 कंप्यूटर मॉनिटर बरामद कर लिया गया है। गिरफ्तार अभियुक्त ने चोरी की घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार करते हुए बताया कि नशा के लिए पैसे का जुगाड़ करने की नियत से उसने बैंक में चोरी का प्रयास किया था। लेकिन पैसा नहीं मिलने पर कंप्यूटर के मॉनिटर की चोरी कर ली।
बैंक चोरी कांड के सिलसिले में गिरफ्तार दोनों अभियुक्त विमल मुर्मू, पेसर स्वर्गीय चुंडा मुर्मू एवं विनोद मुर्मू, पेसर जियालाल मुर्मू रघुनाथपुर गांव के ही रहने वाले हैं। इन दोनों को मंगलवार की रात पुलिस की विशेष टीम ने गिरफ्तार करने के उपरांत अभियुक्तों की निशानदेही पर चोरी हुआ कंप्यूटर का सभी छह मॉनिटर बरामद कर लिया।
अभियुक्त विमल मुर्मू ने अपने स्वीकारोक्ति बयान में पुलिस एवं मीडिया को बताया कि घटना तिथि को शाम में उसने विनोद मुर्मू, पिंटू बेसरा एवं अजीत साह के साथ मिलकर शराब एवं डेंड्राइड पिए थे। शराब एवं डेंड्राइड के सेवन से उसे ज्यादा नशा हो गया और वह वही पर सो गया। जबकि उसके अन्य साथी उसे छोड़ कर चले गए। नशा कम होने के बाद उसकी नींद टूटी तो वह अपने साथियों के पास गया। वहां फिर नशे का सेवन किया। इसके उपरांत वह घर चला गया।
घर से लोहे का रॉड लेकर घटना तिथि को रात्रि करीब 10-11 बजे वह अपने साथी विनोद मुर्दों के साथ अपने गांव में स्थित ग्रामीण बैंक की रघुनाथपुर शाखा के पास पहुंचा। चहारदीवारी फांद कर दोनों बैंक परिसर के अंदर घुसे और बैंक के खिड़की के पास पहुंचकर लोहे के रोड से खिड़की का ग्रिल तोड़कर अंदर प्रवेश कर गया। अंदर प्रवेश करने पर बैंक में लगे दराज का खोजबीन किया। परंतु कोई रुपया पैसा नहीं मिला। बताया कि बैंक के अंदर रोशनी के लिए जब बिजली का स्विच दबाया तो बिजली नहीं जली। तब रोशनी के लिए बैंक के कुछ कागजात को ही जला कर रोशनी किया। इसके कारण बैंक के भी महत्वपूर्ण कागजात जल गए। बैंक में रुपया पैसा नहीं मिलने पर चोरों ने चाकू से बैंक में रखे 6 कंप्यूटर के मॉनिटर का तार काटकर सभी मॉनिटर को खिड़की के रास्ते बाहर लेकर निकल गया तथा उसे घर के पास है झाड़ी में छुपा कर रख दिया। इसके बाद दोस्त विनोद मुर्मू के साथ मिलकर बधना नदी के पुल से आगे सभी छह कंप्यूटर मॉनिटर को झाड़ी में छिपा दिया।
विमल मुर्मू ने स्वीकार किया कि वह नशे का आदी है। नशे के लिए वह डेंड्राइड का नियमित सेवन करता है। नशे के लिए ही पैसे की व्यवस्था करने के उद्देश्य से उसने बैंक में चोरी की घटना को अंजाम दिया था।
इस मामले के उद्भेदन की जानकारी पुलिस अधीक्षक श्री वर्णवाल ने बुधवार को अपने कार्यालय कक्ष में आयोजित पत्रकार सम्मेलन में दी। मौके पर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी अरविंद कुमार सिंह, पोड़ैयाहाट के थाना प्रभारी शैलेंद्र ठाकुर एवं पुलिस निरीक्षक भी मौजूद थे।
Team samacharaajtak
अति ऊत्तम।अत्ति प्रसंशनिय कार्य।संबंधित पुलिस अधिकारियों सहित सभी पुलिस वालों को बैंक द्वारा पुरस्कृत करना चाहिये।