मुख्यमंत्री ने दिखाई संवेदनशीलता वहीं प्रशासन ने दिखाई तेजी
अग्नि पीड़ित परिवार को तत्काल मिली राहत सामग्री
गोड्डा। शासन जब पीड़ित मानवता के प्रति संवेदनशील हो जाता है, तबु प्रशासन की कुंभकर्ण की निद्रा टूटने में देर नहीं लगती है। सूबे के नए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने जानकारी मिलने के फौरन बाद एक अग्नि पीड़ित परिवार को राहत सामग्री उपलब्ध कराने का आदेश गोड्डा के जिला प्रशासन को दिया, उससे संभावना जताई जा रही है कि वर्तमान सरकार जनहित के मुद्दे पर संवेदनशील है।
दरअसल, गोड्डा जिला अंतर्गत महागामा प्रखंड के नयानगर पंचायत के शीतल ग्राम में 26 जनवरी को दोपहर 2 बजे सुलेखा देवी के झोपड़ीनुमा घर में अचानक आग लग गई। आग लगने से झोपड़ी जलकर राख मे तब्दील हो गयी। उसी दिन 3 बजे अपराह्न नजमुल हसन नामक शख्स ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ट्वीट करते हुए लिखा कि गोड्डा जिला के महागामा प्रखंड के शीतल गांव में सुलेखा देवी का आग से पूरा घर एवं सामान जल कर राख हो गया है। आप से अनुरोध है कि राहत की सामग्री उपलब्ध कराई जाए। मात्र 9 मिनट के अंदर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ट्वीट का रिप्लाई किया और उपायुक्त गोड्डा किरण पासी को सुलेखा देवी के परिवार की मदद करने का आदेश दिया। शासन का आदेश मिलते ही प्रशासनिक महागामा काफी तत्पर हो गया । मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के आदेशानुसार उपायुक्त श्रीमती पासी द्वारा मामले पर त्वरित कार्रवाई करते हुए पीड़ित परिवार को सहायता राशि के रूप में दो हजार 500 रुपए की आर्थिक मदद, दो कंबल एवं तत्काल त्रिपाल लगाकर पीड़ित परिवार के रहने की व्यवस्था कराई गई। दूसरे दिन भी जिला प्रशासन द्वारा पीड़ित परिवार की मदद की गई। अनुमंडल पदधिकारी महागामा हरिवंश पंडित के द्वारा तत्काल दैनिक उपयोग की वस्तुएं खरीदने हेतु आर्थिक मदद के साथ- साथ 50 किलो चावल, नमक, 2 कंबल उपलब्ध कराया गया। इसके साथ ही पीड़ित का राशन कार्ड निर्माण का आदेश घटनास्थल पर ही उपस्थित प्रखंड विकास पदाधिकारी महगामा धीरज प्रकाश एवं प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी प्रभाष गुप्ता को दिया गया। मुखिया को आगे इनकी मदद के लिए कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए। शासन एवं प्रशासन की संवेदनशीलता के कारण अग्नि पीड़ित परिवार ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन एवं जिला प्रशासन के प्रति आभार व्यक्त किया है।